Khabarwala24 Hapur News: उत्तर प्रदेश के कोतवाली क्षेत्र में साइबर ठगों ने फिर कमाल कर दिया। ऑनलाइन जॉब के लालच में दो परिवारों को फंसाकर कुल 4,70,040 रुपये की ठगी कर ली गई। आरोपी ने खुद को ‘कैली’ नाम की लड़की बताकर व्हाट्सएप पर कॉल की, आकर्षक सैलरी, फेस्टिवल बोनस और हॉलिडे पैकेज का लालच दिया। लेकिन असलियत तब खुली जब कंपनी ने वेबसाइट बंद कर दी और अतिरिक्त पैसे मांगने लगी।
कोतवाली पुलिस ने पीड़ित मदन भसीन की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। यह मामला साइबर क्राइम की बढ़ती होड़ को दर्शाता है, जहां रोजाना हजारों लोग फर्जी जॉब ऑफर्स के चक्कर में फंस रहे हैं। NCRB के आंकड़ों के मुताबिक, 2024 में ही ऑनलाइन जॉब फ्रॉड के केस 30% बढ़ चुके हैं।
ठगी की पूरी कहानी: व्हाट्सएप कॉल से बैंक ट्रांसफर तक का सफर (Hapur News)
मामला कोतवाली के पटेल नगर मोहल्ले का है। अप्रैल 2024 में मदन भसीन के व्हाट्सएप पर एक अनजान नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाली ने खुद को ‘कैली’ बताया और एक फर्जी कंपनी में पार्ट-टाइम ऑनलाइन जॉब का ऑफर दिया। लालच था – हाई सैलरी, बोनस और छुट्टियों का पैकेज। विश्वास करते हुए मदन ने अपनी पत्नी मानी भसीन और मां शम्मी भसीन के बैंक खातों से कंपनी की दी हुई UPI ID और QR कोड पर कुल 6,63,910 रुपये ट्रांसफर कर दिए। विभिन्न तारीखों पर ये पैसे अलग-अलग खातों में भेजे गए।
इसके बदले, 28 अप्रैल से 29 अगस्त 2024 तक पीड़ितों के खातों में 3,80,740 रुपये ‘सैलरी’ के नाम पर आए, जो ठगों का चालाकी भरा जाल था – ताकि शिकार को लगे कि सब कुछ वैध है। लेकिन अगस्त के अंत में बहाने शुरू हो गए: कभी ईद की छुट्टी, कभी ऑडिट, कभी वेरिफिकेशन। फिर इनकम टैक्स और वैरिफिकेशन के नाम पर ज्यादा पैसे मांगने लगे।
इसी बीच, मदन के श्रीनगर निवासी दोस्त विधु अग्रवाल को भी अगस्त की शुरुआत में ‘कैली’ की कॉल आई। वही पुराना जाल – जॉब ऑफर, UPI ट्रांसफर। विधु और उनकी पत्नी कनिका अग्रवाल ने 2,34,750 रुपये भेजे। बदले में 22 और 29 अगस्त को 47,880 रुपये ‘सैलरी’ मिली। लेकिन फिर वही – बहाने, मांगें। अतिरिक्त पैसे न देने पर कंपनी ने वेबसाइट बंद कर दी। अब पीड़ितों को साफ हो गया कि यह साइबर ठगी है। कुल नुकसान: 4,70,040 रुपये (ट्रांसफर माइनस मिले पैसे)।
पुलिस की कार्रवाई: जांच तेज, आरोपी फरार (Hapur News)
पीड़ित मदन भसीन ने कोतवाली में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया। थाना प्रभारी निरीक्षक देवेंद्र बिष्ट ने बताया, “पीड़ित की शिकायत पर IPC की धारा 420 (धोखाधड़ी) और IT एक्ट के तहत केस दर्ज है। जांच चल रही है। UPI ट्रांजेक्शन डिटेल्स और व्हाट्सएप चैट्स से आरोपी तक पहुंचेंगे। दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई होगी।” पुलिस साइबर सेल से भी मदद ले रही है। फिलहाल ‘कैली’ और कंपनी के मालिक की पहचान नहीं हुई, लेकिन ऐसे स्कैम्स अक्सर विदेशी सर्वरों से चलते हैं।
सावधानियां: ऑनलाइन जॉब ऑफर्स से बचने के टिप्स (Hapur News)
यह केस UPI फ्रॉड का क्लासिक उदाहरण है, जहां ठग पहले थोड़े पैसे भेजकर विश्वास जीतते हैं। NCRB और I4C (Indian Cybercrime Coordination Centre) के अनुसार, 2025 में ही 50,000 से ज्यादा जॉब फ्रॉड केस रिपोर्ट हुए। बचाव के लिए:
अनजान कॉल्स इग्नोर करें: जॉब ऑफर पर कभी पैसे न दें। असली कंपनियां UPI/QR पर फीस नहीं मांगतीं।
वेबसाइट चेक करें: ऑफर मिलने पर कंपनी की साइट, रिव्यूज और LinkedIn प्रोफाइल वेरिफाई करें।
रिपोर्ट करें: ठगी होने पर तुरंत 1930 पर कॉल करें या cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें। UPI ऐप्स में भी ‘Report Fraud’ ऑप्शन है।
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