Khabarwala 24 News Hapur: Hapur मेरठ रोड स्थित भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के साइलो से गेहूं लादकर बाहर निकलते ही ट्रक में गेहूं पर पानी छिड़ककर वजन बराबर करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। यह गैरकानूनी कार्य रात के अंधेरे में किया जा रहा था। गुरुवार देर रात इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद जिला प्रशासन और एफसीआई अधिकारियों में हड़कंप मच गया।
क्या है पूरा मामला?
मेरठ रोड पर स्थित एफसीआई साइलो में गेहूं और चावल का भंडारण किया जाता है, जहां से इन्हें राशन की दुकानों तक पहुंचाया जाता है। साइलो से गेहूं और चावल को ट्रकों में लादकर भेजा जाता है। ट्रक के साइलो में प्रवेश करने से पहले और बाहर निकलने पर उसका वजन किया जाता है। वजन की पर्ची ट्रक चालक को सौंप दी जाती है। लेकिन, साइलो से बाहर निकलते ही कुछ ट्रक संचालक गेहूं की मात्रा में हेराफेरी शुरू कर देते हैं।
वीडियो हुआ वायरल
ट्रक से कुछ गेहूं निकाल लिया जाता है और बचे हुए गेहूं पर पानी छिड़ककर वजन को बराबर कर दिया जाता है। निकाले गए गेहूं को बाजार में बेच दिया जाता है। गुरुवार देर रात एक ऐसा ही वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें इस धोखाधड़ी का खुलासा हुआ। वीडियो वायरल होने के बाद जिला आपूर्ति विभाग की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और जांच शुरू की।
क्या कहती हैं जिला आपूर्ति अधिकारी
जिला आपूर्ति अधिकारी डॉ. सीमा सिंह ने बताया कि जांच के दौरान पाया गया कि ट्रक में 166 बोरी गेहूं लादी गई थीं, लेकिन मौके पर 167 बोरी पाई गईं। अतिरिक्त एक बोरी चावल की थी, जो संदिग्ध है। जांच में यह भी सामने आया कि गेहूं पर पानी छिड़का गया था, जिससे वह गीला पाया गया। साथ ही, 1.80 क्विंटल गेहूं कम पाया गया। जांच रिपोर्ट तैयार कर ली गई है और ट्रक संचालक, जो गाजियाबाद का है, के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
एफसीआई की जिम्मेदारी सीमित
एफसीआई अधिकारियों का कहना है कि एक बार गेहूं ट्रक में लादकर साइलो के गेट से बाहर निकल जाता है, तो उसकी जिम्मेदारी एफसीआई की नहीं रहती। इसके बाद जिला प्रशासन और संबंधित अधिकारियों की जिम्मेदारी शुरू होती है। हालांकि, गेहूं लादने से लेकर गेट तक की पूरी प्रक्रिया की जिम्मेदारी एफसीआई की होती है।
