Khabarwala 24 News Hapur: Hapur (साहिल अंसारी) यूपी के जनपद हापुड़ में नगर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला रफीकनगर में गुरुवार देर रात एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहां पति-पत्नी के बीच हुए घरेलू विवाद ने इतना विकराल रूप ले लिया कि पति ने अपनी पत्नी की गला दबाकर हत्या कर दी। इस हत्याकांड ने न केवल एक परिवार को तबाह कर दिया, बल्कि तीन मासूम बच्चों के सिर से मां का साया भी हमेशा के लिए छीन लिया। आरोपी पति ने स्वयं डायल 112 पर कॉल कर पुलिस को हत्या की जानकारी दी, जिसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उसे हिरासत में ले लिया और मामले की जांच शुरू कर दी।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार, बुलंदशहर जनपद के बीबीनगर थाना क्षेत्र के गांव सैदपुर निवासी नाजरीन (उर्फ नाजमा) (मृतका) का विवाह करीब 14 साल पहले Hapur के मोहल्ला रफीक नगर निवासी राशिद के साथ हुआ था। राशिद जाली गेट बनाने का काम करता है और रफीकनगर में अपने परिवार के साथ रहता था। दंपति के तीन बच्चे हैं जिसमें समद (9 वर्ष), शिफा (7 वर्ष) और अयान( आठ माह) का है। बताया गया कि पति और पत्नी के बीच किसी घरेलू बात को लेकर पति-पत्नी के बीच विवाद शुरू हुआ। यह विवाद धीरे-धीरे इतना बढ़ गया कि राशिद ने गुस्से में आकर अपनी पत्नी नाजमा की गला दबाकर हत्या कर दी।
पुलिस को खुद फोन कर दी जानकारी
हत्याकांड को अंजाम देने के बाद राशिद ने खुद डायल 112 पर कॉल कर पुलिस को घटना की सूचना दी। सूचना मिलते ही कोतवाली थाना प्रभारी निरीक्षक मुनीष प्रताप सिंह फॉरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने तुरंत आरोपी पति को हिरासत में ले लिया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। फॉरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल का निरीक्षण कर साक्ष्य एकत्र किए।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
थाना प्रभारी निरीक्षक मुनीष प्रताप सिंह ने बताया कि प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि पति-पत्नी के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ था, जिसके चलते राशिद ने गुस्से में आकर नाजमा की गला दबाकर हत्या कर दी। पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है और मृतका के परिजनों को सूचित कर दिया गया है। परिजनों के मौके पर पहुंचने के बाद पुलिस ने उनकी शिकायत के आधार पर आगे की कार्रवाई शुरू करने की बात कही। थाना प्रभारी ने बताया कि तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
बच्चों पर टूटा दुखों का पहाड़
नाजमा की मौत के बाद उसके तीन छोटे बच्चों के सिर से मां का साया हमेशा के लिए उठ गया। सबसे छोटा बच्चा अयान, जो अभी मात्र आठ माह का है, अपनी मां के बिना कैसे बड़ा होगा, यह सोचकर आसपास के लोग भावुक हो गए। मोहल्ले वालों का कहना था कि बिना मां के इन बच्चों का भविष्य अनिश्चितता के साये में है। राशिद और नाजमा के बीच हुआ यह विवाद अगर समय रहते सुलझा लिया जाता, तो शायद आज एक मां अपने बच्चों के साथ होती और एक परिवार बिखरने से बच जाता। आसपास के लोगों का कहना था कि गुस्सा इंसान को अंधा कर देता है और कई बार ऐसे कदम उठाने पर मजबूर करता है, जिनका पछतावा जिंदगी भर रहता है।


