Khabarwala24 News Hapur : Jain monks जनपद हापुड़ में बृहस्पतिवार को गुलावटी से पदयात्रा करते हुए आचार्य श्री 108 विशुद्ध सागर जी महाराज के शिष्य अनुमान सागर महाराज तथा समक सागर महाराज का हापुड नगर मे मगल प्रवेश हुआ। जैन श्रद्धालु उनके साथ पैदल यात्रा करते हुए कसेरठ बाजार स्थित श्री 1008 आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में पहुंचे।
धर्म के चार पुरुषार्थ धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष हैं :
सुबह आठ बजे महाराज श्री के प्रवचन प्रारंभ हुए जिसमे उन्होंने बताया कि धर्म के चार पुरुषार्थ धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष है। मानव केवल दो पुरुषार्थो अर्थ तथा काम मे ही व्यस्त रहता है। धर्म तथा मोक्ष पर ध्यान नही देता है। मनुष्य धन, वैभव, अच्छे मकान, अच्छे व्यापार, अच्छी नौकरी मे ही सुख को खोजता रहता है किन्तु उसे सच्चा सुख नही मिलता है, सच्चा सुख तो तप ,त्याग, साधना, सच्चे देव शास्त्र गुरु की सेवा भक्ति मे ही मिल सकता है।
यह रहे मौजूद :
इस अवसर पर सहारनपुर से दीपक जैन, हापुड़ जैन समाज के महामंत्री अशोक जैन, कोषाध्यक्ष सुखमाल जैन, मंत्री आकाश जैन मिलन के अध्यक्ष पंकज जैन, उपाध्यक्ष सुरेश चन्द जैन, महामंत्री सुशील जैन, तुषार जैन, सचिन जैन, अर्चित जैन, विकास जैन, पुलकित जैन, आर के जैन एडवोकेट,अकुर जैन, रेणुका जैन, सरोज जैन, बीनू जैन आदि लोग उपस्थित थे।