Shardiya Navratri 2025: शारदीय नवरात्रि 2025 की शुरुआत 22 सितंबर से हो चुकी है। यह पवित्र समय मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा और भक्ति का है। अगर आप इस नवरात्रि में मां के दर्शन के लिए किसी खास जगह की तलाश में हैं, तो क्यों न कुछ अनोखे और रहस्यमयी मंदिरों का रुख करें? भारत में कई ऐसे मंदिर हैं, जिनके नियम और कहानियां आपको हैरान कर देंगी। कुछ मंदिरों में पति-पत्नी का एक साथ जाना मना है, तो कुछ सूर्यास्त के बाद शापित होने की वजह से सुनसान हो जाते हैं। आइए, जानते हैं इन 5 रहस्यमयी मंदिरों के बारे में, जिनके दर्शन आपकी यात्रा को यादगार बना देंगे।
1. चामुंडा माता मंदिर, मध्य प्रदेश: शापित मंदिर का रहस्य
मध्य प्रदेश के देवास में स्थित चामुंडा माता मंदिर अपने रहस्यों के लिए मशहूर है। स्थानीय लोग मानते हैं कि यह मंदिर सूर्यास्त के बाद शापित हो जाता है, और रात में यहां डरावनी घटनाएं होती हैं। कहानियां हैं कि रात में शेरों की दहाड़ और घंटियों की आवाजें सुनाई देती हैं। लोग दावा करते हैं कि गलत इरादों से आने वालों के साथ बुरा होता है। यह मंदिर न केवल धार्मिक स्थल है, बल्कि एक ऐतिहासिक और रहस्यमयी धरोहर भी है, जहां आस्था और लोककथाओं का अनोखा संगम देखने को मिलता है।

2. श्राई कोटि मंदिर, हिमाचल प्रदेश: जहां पति-पत्नी का एक साथ जाना मना
हिमाचल प्रदेश के शिमला में स्थित श्राई कोटि मंदिर अपने अनोखे नियम के लिए जाना जाता है। यहां पति-पत्नी एक साथ दर्शन या पूजा नहीं कर सकते। इस नियम के पीछे एक पौराणिक कहानी है। मान्यता है कि भगवान शिव ने गणेश और कार्तिकेय को ब्रह्मांड का चक्कर लगाने को कहा था। कार्तिकेय के लौटने पर गणेश का विवाह हो चुका था, जिससे नाराज होकर कार्तिकेय ने अविवाहित रहने का फैसला किया। माता पार्वती ने तब कहा कि जो दंपत्ति यहां एक साथ पूजा करेंगे, उनका अलगाव हो सकता है। इसलिए, आज भी यहां पति-पत्नी अलग-अलग समय पर दर्शन करते हैं।

3. नैना देवी मंदिर, उत्तराखंड: शक्ति पीठ की पवित्रता
उत्तराखंड के नैनीताल में नैना देवी मंदिर 51 शक्ति पीठों में से एक है। यह मंदिर नैनी झील के किनारे स्थित है और मां सती की आंखों को समर्पित है। मान्यता है कि यहीं पर सती की आंखें गिरी थीं। यह मंदिर अपनी धार्मिक महत्ता के साथ-साथ अपनी खूबसूरत लोकेशन के लिए भी मशहूर है। नवरात्रि के दौरान यहां भक्तों की भीड़ लगती है, और यह जगह आध्यात्मिक शांति और प्राकृतिक सुंदरता का अनोखा संगम है।

4. अलोपी मंदिर, उत्तर प्रदेश: जहां पूजा जाता है पालना
प्रयागराज, उत्तर प्रदेश में स्थित अलोपी मंदिर एक अनोखा शक्ति पीठ है। यहां मां की कोई मूर्ति या अंग का निशान नहीं है। बल्कि, एक पालने की पूजा की जाती है, जो इसे दुनिया में खास बनाता है। मान्यता है कि इस पालने के दर्शन या स्पर्श से भक्तों की हर मनोकामना पूरी होती है। नवरात्रि में यहां भक्तों का मेला लगता है, और इस अनोखी परंपरा को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं।

5. बागोरिया दुर्गा माता मंदिर, राजस्थान: हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल
राजस्थान के जोधपुर में स्थित बागोरिया दुर्गा माता मंदिर हिंदू और मुस्लिम समुदायों के बीच सौहार्द का प्रतीक है। इस मंदिर की खासियत यह है कि यहां के पुजारी मुस्लिम समुदाय से हैं, और उनका परिवार पीढ़ियों से मंदिर की सेवा करता आ रहा है। पुजारी हिंदू रीति-रिवाजों का पालन करते हैं, उपवास रखते हैं और नमाज नहीं पढ़ते। भक्त मानते हैं कि यहां पूजा करने से सारे दुख दूर हो जाते हैं। यह मंदिर साबित करता है कि आस्था और विश्वास धर्म की सीमाओं से परे हैं।

नवरात्रि में इन मंदिरों के दर्शन क्यों हैं खास? (Shardiya Navratri 2025)
इन मंदिरों की अनोखी कहानियां और नियम उन्हें नवरात्रि के दौरान दर्शन के लिए खास बनाते हैं। चाहे वह चामुंडा माता मंदिर का रहस्य हो या बागोरिया मंदिर की एकता, हर मंदिर की अपनी खासियत है। अगर आप इस नवरात्रि में कुछ अलग और आध्यात्मिक अनुभव चाहते हैं, तो इन मंदिरों की यात्रा जरूर करें। लेकिन, इनके नियमों और मान्यताओं का सम्मान करना न भूलें, ताकि आपकी यात्रा सुखद और यादगार रहे।
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