धनतेरस पर मंदसौर के कुबेर मंदिर में भक्तों की लगी लंबी लाइन, खास पूजा का आयोजन

-Advertisement-
-Advertisement-
Join whatsapp channel Join Now
Join Telegram Group Join Now
-Advertisement-

मंदसौर, 18 अक्टूबर (khabarwala24)। धनतेरस के मौके पर मंदसौर के खिलचीपुरा में धोलगिरी में मौजूद भगवान शिव और कुबेर को समर्पित मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ देखी गई। मंदिर में धनतेरस के मौके पर विशेष आयोजन किया गया।

मंदिर में भगवान शिव पर जल चढ़ाने और भगवान कुबेर के दर्शन के लिए भक्तों की लंबी लाइन देखने को मिली। भक्तों ने अपनी मनोकामना पूर्ति के लिए खास पूजा-पाठ और मंत्रोच्चारण भी किया।

मंदिर में मौजूद मंदसौर के पूर्व विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया ने khabarwala24 से खास बातचीत में धनतेरस त्योहार और मंदिर की मान्यताओं के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि मंदिर बहुत पुराना है और सालों से यहां भगवान शिव और कुबेर भगवान के दर्शन के लिए लोग आते हैं। इस मौके पर उन्होंने देश हित और राष्ट्र कल्याण के लिए भगवान से प्रार्थना की।

वहीं ज्योतिषी राकेश भट्ट ने बताया कि धनतेरस के मौके पर मंदिर में खास आयोजन किया गया है। आज के दिन भगवान धन्वंतरि के साथ विशेष तौर पर कुबेर भगवान की पूजा-अर्चना की जाती है। भक्तों ने पूजा में भाग लिया और भगवान से सुख-संपदा की मनोकामना मांगी।

बता दें कि खिलचीपुरा में धोलगिरी में मौजूद भगवान शिव और कुबेर का मंदिर बहुत प्राचीन है। बताया जाता है कि केदारनाथ के बाद देश का ये दूसरा मंदिर है, जहां शिव भगवान कुबेर के साथ विराजमान हैं। मंदिर में भगवान शिव अकेले नहीं बल्कि पूरे शिव परिवार के साथ मौजूद हैं। कहा जाता है कि इस मंदिर में शिव परिवार के साथ भगवान कुबेर गुप्त काल से विराजमान हैं और भक्तों की हर मुराद को पूरा करते हैं। इस मंदिर की खास बात ये है कि मंदिर में बने गर्भगृह पर कभी ताला नहीं लगाया जाता है। सालों साल मंदिर भक्तों के लिए खुला रहता है।

इसी वजह से दूर-दूर से भक्त भगवान कुबेर और भगवान शिव की अराधना करने आते हैं। मंदिर के इतिहास को लेकर कई तरह की कहानियां हैं। मंदिर के बारे में कहा जाता है कि मंदिर गुप्तकालीन है और यहां पर उड़ कर आया था। इस मंदिर की कोई नींव नहीं है। मराठा काल में इस मंदिर का जीर्णोद्धार हुआ था और उसके बाद यहां पर प्रतिवर्ष धनतेरस को भगवान कुबेर की पूजा अर्चना की जाती है। धनतेरस के दिन भगवान कुबेर के दर्शन के लिए लंबी-लंबी कतारें लगी रहती हैं।

Previous articleदीपावली 2025 प्लेलिस्ट: इन गानों के बिना अधूरी रहेगी आपकी पार्टी

Source : IANS

डिस्क्लेमर: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में Khabarwala24.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर Khabarwala24.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है।

Breaking News in Hindi और Latest News in Hindi सबसे पहले मिलेगी आपको सिर्फ Khabarwala24 पर. Hindi News और India News in Hindi  से जुड़े अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook पर ज्वॉइन करें, Twitter पर फॉलो करें और Youtube Channel सब्सक्राइब करे।

spot_img
spot_img
spot_img
spot_img
spot_img
spot_img
spot_img
spot_img
spot_img
spot_img
spot_img
spot_img

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

-Advertisement-

Related News

-Advertisement-

Breaking News

-Advertisement-