Arun Govil रामायण के राम अरुण गोविल सभी पर पड़े भारी, जानिए भाजपा ने मेरठ से ही क्यों उतारा?

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Khabarwala 24 News Hapur: Arun Govil भाजपा ने मेरठ में आखिरकार लगातार तीन बार से सांसद बन रहे राजेन्द्र अग्रवाल का टिकट काट कर टीवी सीरियल रामायण के राम अरुण गोविल को लोकसभा का प्रत्याशी घोषित कर दिया है। वैसे तो अरुण गोविल का नाम पिछले काफी समय से चल रहा था। सवाल यह हो रहा है कि आखिर हैट्रिक लगाने वाले राजेंद्र अग्रवाल की जगह अरुण गोविल को क्यों उतारा गया।

मेरठ से अरुण गोविल का गहरा नाता (Arun Govil )

टीवी सीरियल रामायण के राम अरुण गोविल का मेरठ से गहरा नाता है। अरुण गोविल का जन्म 12 जनवरी 1952 को मेरठ के अग्रवाल परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम चंद्रप्रकाश गोविल था। उनके पिता नगर निगम के जल-कल विभाग में इंजीनियर थे।

अरुण की मां का नाम शारदा देवी था। शारदा देवी एक गृहिणी थीं। अरुण गोविल के पांच भाई और दो बहनें थीं। अरुण की पूरी पढ़ाई मेरठ के ही मेरठ कालेज और चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से हुई है। इसके बाद वो अपना करियर बनाने मुंबई चले गए थे।

अरुण गोविल ने चुना यह रास्ता (Arun Govil)

अरुण गोविल मुंबई में काफी समय तक अपने बड़े भाई विजय गोविल के साथ रहे। उनके पास अपना करियर बनाने का समय था। अरुण के पास दो रास्ते थे, पहला रास्ता था कि वो अपने भाई के बिजनेस में हाथ बटाए। दूसरा रास्ता उनके पास था कि अपनी भाभी तबस्सुम की तरह कला के क्षेत्र में आगे बढ़ने का। यह रास्ता कठिन था, लेकिन अरुण गोविल ने इस रास्ते को ही चुनना उचित समझा।

राम के नाम से हो गए प्रसिद्ध (Arun Govil)

उनकी भाभी तबस्सुम फिल्म इंडस्ट्री का जाना पहचाना नाम रहा। तबस्सुम ने सालों तक बॉलीवुड में अपना योगदान दिया। उनका और तबस्सुम का पारिवारिक रिश्ते के साथ ही कला के क्षेत्र में भी गहरा रिश्ता रहा। कई फिल्मों के बाद रामानंद सागर ने टीवी सीरियल रामायण में राम के किरदार के लिए अरुण गोविल को चुना। उसके बाद से वह रामायण के राम के नाम से प्रसिद्ध हो गए।

राजेंद्र अग्रवाल ने 2009 में हासिल की थी शानदार जीत

राजेंद्र अग्रवाल की बदौलत ही भाजपा ने वर्ष 2009 में यह सीट बसपा से छीन ली थी। 2004 में बसपा से शाहिद अखलाक सांसद चुने गये थे। 2009 में भाजपा ने प्रबुद्ध प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक रहे राजेन्द्र अग्रवाल को प्रत्याशी बनाकर चुनाव मैदान में उतारा था। तब राजेन्द्र अग्रवाल ने धमाकेदार जीत दर्ज कर भाजपा को जीत दिलाई थी। उसके बाद 2014 में भी भाजपा से राजेन्द्र अग्रवाल पर ही भरोसा जताकर टिकट दिया गया था।

दूसरी बार भी उन्होंने जीत दर्ज की थी। 2019 में भाजपा ने राजेन्द्र अग्रवाल को तीसरी बार चुनाव मैदान में उतारा। 2019 के चुनाव में भाजपा और सपा-बसपा गठबंधन में जोरदार मुकाबला रहा था। इसके बाद भी पांच हजार मतों के अंतर से राजेन्द्र अग्रवाल निर्वाचित घोषित हुए थे। अब 2024 के चुनाव में राजेन्द्र अग्रवाल की जगह भाजपा ने टीवी सीरियल रामायण के राम अरुण गोविल को प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतार दिया है।

अरुण गोविल के बारे में यह भी जानिए

नाम अरुण गोविल

जन्म तिथि 12 जनवरी 1952 (72 वर्ष)

जन्म स्थान शीशमहल, मेरठ

शिक्षा इंजीनीयिरिंग साइंस में डिग्री, चौ.चरण सिंह विवि से

पिता का नाम चंद्र प्रकाश गोविल, नगर निगम में अधिकारी

राजनीतिक अनुभव १८ जनवरी २०२१ से भाजपा के सदस्य

लोकप्रियता टीवी सीरियल रामायण में च्रामज् के कारण प्रसिद्ध

अनुभव सावन को आने दो, राधा और सीता, सांच को आंच नहीं, हिम्मतवाला समेत 50 से अधिक फिल्मों में अभिनय।

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