Samajwadi party Khabarwala 24 News Lucknow: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सपा की नवगठित प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक 31 अक्तूबर को लखनऊ में बुलाई है। इस बैठक में आगामी लोकसभा चुनाव के लिए पदाधिकारियों को जीत के मंत्र दिया जाएगा। इसके साथ ही राजनीतिक प्रस्ताव पास कर भाजपा को निशाने पर लिया जाएगा। इस बैठक में अखिलेश यादव इंडिया गठबंधन के तहत चुनाव लड़ने के बाबत भी निर्देश देंगे।
बैठक में जातिगत जनगणना, पीडीए पर खास तौर पर फोकस होगा। साथ ही जिलों में बूथ कमेटियों के गठन, वोटर लिस्ट आदि मुद्दों पर भी चर्चा होगी। सपा की बैठक पार्टी मुख्यालय में 31 अक्तूबर को होगी। इसमें अखिलेश यादव के अलावा रामगोपाल यादव, शिवपाल यादव का भी संबोधन होगा। अखिलेश के निर्देश पर सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने इस साल अगस्त में 182 सदस्यीय कमेटी का गठन किया था। बाद में इसमें और सदस्य जोड़े गए।
पीडीए पर रहेगा फोकस (Samajwadi party)
सपा (Samajwadi party) के पास मुस्लिम व यादव वर्ग का पुराना वोटबैंक है। अब 2024 के लोकसभा चुनाव की आहट से पहले ही सपा पीडीए का मुद्दा उछाल कर अपनी सियासी जमीन का विस्तार चाहती है। सपा का पुराना वोट बैंक करीब 32-33 प्रतिशत माना जाता है जबकि अगर पीडीए का वोट देखा जाए तो यह 80 प्रतिशत के करीब पहुंचता है। महिला आरक्षण में आरक्षण का मुद्दा गर्माने की तैयारी है।
महिलाओं को साधने का किया जाएगा प्रयास (Samajwadi party)
सपा को पता है कि विभिन्न लाभार्थी योजनाओं के जरिए भाजपा महिलाओं में अपनी पैठ बना चुकी है और इसका चुनावी लाभ उसे 2014 से मिल रहा है। ऐसे में इसकी काट के लिए सपा ने पीडीए महिलाओं का समर्थन हासिल करने के लिए उनके आरक्षण का मुद्दा उछाला है और इंडिया गठबंधन भी इस पर फोकस कर रहा है। अखिलेश 2019 के बाद से पिछड़ा दलित वोट को साधने में लगे हैं। इसीलिए अखिलेश यादव ने कहना शुरू दिया कि हम लोग अम्बेडकरवादी व लोहियावादी हैं।