Khabarwala24 News NewDelhi: Pahalgam terror attack जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। इसे लेकर दिल्ली में लगातार बैठकों का दौर चल रहा है। भारत से टेंशन के बीच चीन के बाद तुर्की ने पाकिस्तान का साथ दिया और अपना जंगी जहाज (युद्धपोत) कराची पोर्ट भेज दिया। पाकिस्तान के जवानों ने इस युद्धपोत का स्वागत किया। इसे लेकर एक वीडियो भी सामने आया है।
क्या है पूरा मामला
तुर्की की ओर से बीच-बीच में पाकिस्तान की मदद की जाती है। इसी क्रम में तुर्की नौसेना का युद्धपोत टीसीजी बुयुकडा पाकिस्तान पहुंचा। इसे लेकर पाक नौसेना (DGPR) ने रविवार को बयान जारी कर कहा कि टीसीजी बुयुकडा की सद्भावना यात्रा पाकिस्तान और तुर्की के बीच लगातार मजबूत होते समुद्री सहयोग का प्रमाण है। यह सदियों पुराने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों पर आधारित दो भाईचारे वाले देशों के बीच गहरे आपसी विश्वास और रणनीतिक साझेदारी को दर्शाता है।
तुर्की ने क्यों भेजा युद्धपोत?
पाकिस्तानी नेवी ने आगे कहा कि तुर्की का युद्धपोत टीसीजी बुयुकडा कराची पोर्ट पहुंचा। तुर्की और पाक नौसेना के अधिकारियों ने इस जंगी जहाज का स्वागत किया। टीसीजी बुयुकडा के क्रू मेंबर अपने समकक्ष पाकिस्तानी नौसेना के जवानों से बातचीत करेंगे और इस युद्धपोत पर काम करेंगे। इसका मकसद दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच आपसी समझ बढ़ाना और सहयोग को मजबूत करना है।
कहीं तुर्की कोई साजिश तो नहीं रच रहा?
तुर्की का युद्धपोत टीसीजी बुयुकडा ऐसे समय में कराची पहुंचा, जब पहलगाम हमले को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच तनातनी है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि तुर्की कोई साजिश तो नहीं रच रहा है। इससे पहले तुर्की ने पाकिस्तान की अगोस्टा 90B कैटेगरी की पनडुब्बियों को अपडेट करने में भी सहायता किया और ड्रोन समेत सैन्य उपकरण दिए।
पाकिस्तान का पुराना दोस्त तुर्की
बता दें कि तुर्की लंबे समय से पाकिस्तान का सामरिक साझेदार रहा है। उसने पाकिस्तान की पनडुब्बियों के आधुनिकीकरण में मदद की है और सैन्य ड्रोन सहित अन्य रक्षा उपकरण भी मुहैया कराए हैं। दोनों देशों के बीच नियमित संयुक्त सैन्य अभ्यास भी होते रहे हैं।