मुजफ्फरनगर, 3 जून 2025: भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) एक बार फिर सुर्खियों में हैं, लेकिन इस बार न तो कोई आंदोलन है और न ही कोई बयानबाजी। टिकैत अपने गाँव सिसौली में असली किसान की तरह मेहनत करते नजर आए। सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल एक वीडियो में वे गेहूं की कटाई के बाद पल्लियों में भरा भूसा सिर पर ढोते दिख रहे हैं। यह दृश्य न केवल उनके किसान होने की सच्चाई को दर्शाता है, बल्कि ग्रामीण जीवन की मेहनत को भी उजागर करता है।
राकेश टिकैत (Rakesh Tikait), जो किसान आंदोलनों के लिए जाने जाते हैं, इस बार खेतों में मेहनत करते हुए लोगों का ध्यान खींच रहे हैं। वीडियो में वे पारंपरिक तरीके से भूसा ढो रहे हैं, जो गाँवों में गेहूं की कटाई के बाद आम है। इस मेहनतकश अंदाज ने सोशल मीडिया पर चर्चा छेड़ दी है। कुछ लोग उनकी सादगी की तारीफ कर रहे हैं, तो कुछ ने इसे किसान आंदोलन (Kisan Andolan) से जोड़कर तंज कसा। एक यूजर ने लिखा, “टिकैत साहब असली किसान हैं, जो खेत से लेकर आंदोलन तक हर मोर्चे पर डटे हैं।”
टिकैत ने हमेशा किसानों के हितों के लिए संघर्ष किया है। 2020-21 के किसान आंदोलन में उनकी भूमिका को भुलाया नहीं जा सकता। लेकिन इस बार उनका यह मेहनतकश रूप उनके समर्थकों के लिए प्रेरणा बन रहा है। गाँव में गेहूं की कटाई और भूसा ढोने का काम किसानों की जिंदगी का अहम हिस्सा है, और टिकैत का यह काम उनकी जड़ों से जुड़ाव को दर्शाता है।
यह वीडियो न केवल टिकैत की मेहनत को दिखाता है, बल्कि किसानों की मेहनत और ग्रामीण जीवन की सच्चाई को भी सामने लाता है।