Khabarwala24 News Pune Bridge Collapse: महाराष्ट्र के पुणे जिले में रविवार, 15 जून 2025 को एक दुखद हादसा हुआ। इंद्रायणी नदी (Indrayani River) पर बना एक पुराना लोहे का पुल अचानक ढह गया, जिसके कारण दो लोगों की मौत हो गई कई लोग घायल हुए, और कुछ के नदी में बह जाने की आशंका है। यह घटना कुंडमाला इलाके में हुई, जो पुणे के पास एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। मानसून के मौसम में यहां भारी संख्या में पर्यटक घूमने आते हैं। Indrayani River Bridge Collapse की खबर ने स्थानीय प्रशासन और पर्यटकों के बीच हड़कंप मचा दिया है।
हादसे का विवरण: क्या हुआ कुंडमाला में?
पुलिस और स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, यह हादसा दोपहर 3:30 से 4:30 बजे के बीच हुआ। कुंडमाला गांव के पास इंद्रायणी नदी (Indrayani River) पर बना यह लोहे का पुल पुराना था और भारी बारिश के कारण कमजोर हो गया था। अचानक पुल ढहने से उस पर मौजूद कई पर्यटक नदी के तेज बहाव में बह गए। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, इस हादसे में दो लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 32 लोग घायल हुए हैं। छह लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है, लेकिन अभी भी 10 से 15 लोगों के फंसे होने या बह जाने की आशंका जताई जा रही है।
यह घटना मावल तहसील के कुंडमाला इलाके में हुई, जहां झील और झरनों की खूबसूरती देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। स्थानीय लोग और पर्यटक इस जगह को मानसून में पिकनिक के लिए पसंद करते हैं। लेकिन इस बार यह खूबसूरत जगह एक दर्दनाक हादसे की गवाह बन गई। Pune Tourist Spot Accident की यह घटना मानसून में पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा के सवाल उठाती है।

बचाव अभियान: NDRF और पुलिस की तैनाती
Pune Bridge Collapse हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस, प्रशासन और NDRF Rescue Operation की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं। बचाव अभियान जोर-शोर से चलाया जा रहा है। पिंपरी-चिंचवड़ पुलिस के डीसी Vishal Gaikwad (Zone 2) ने बताया कि एनडीआरएफ की टीमें दिन-रात काम कर रही हैं ताकि फंसे हुए लोगों को सुरक्षित निकाला जा सके। अब तक तीन लोगों को रेस्क्यू किया गया है, जबकि अन्य की तलाश जारी है। लेकिन 10 से 15 लोगों के अभी भी फंसे होने की आशंका है।
Pune Bridge Collapse Rescue की यह कोशिश लगातार जारी है, और स्थानीय पुलिस भी इस अभियान में सहयोग कर रही है। पुलिस ने बताया कि नदी का बहाव बहुत तेज होने के कारण बचाव कार्य में दिक्कतें आ रही हैं। इसके बावजूद, सभी टीमें पूरी कोशिश कर रही हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि बारिश के मौसम में इस पुल की हालत पहले ही खराब थी, लेकिन समय पर मरम्मत नहीं की गई।

नेताओं का बयान: सीएम फडणवीस ने जताया दुख
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री Devendra Fadnavis ने इस Pune Bridge Collapse हादसे पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने कहा, “इंद्रायणी नदी पर पुल ढहने की घटना बेहद दुखद है। हमने दो लोगों को खो दिया है और कई लोग घायल हैं। प्रशासन और एनडीआरएफ की टीमें बचाव कार्य में जुटी हैं। हम प्रभावित परिवारों के साथ हैं।”
एनसीपी विधायक Sunil Shelke ने भी इस Pune Bridge Collapse की घटना पर दुख जताते हुए कहा, “दुर्भाग्यवश, दो पर्यटकों की जान चली गई। चार से पांच लोगों को बचा लिया गया है। एनडीआरएफ की टीमें पूरी मुस्तैदी के साथ काम कर रही हैं।” उन्होंने प्रशासन से इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की।

हादसे का कारण: पुराना पुल और भारी बारिश
स्थानीय पुलिस और अधिकारियों का कहना है कि यह पुल काफी पुराना था और भारी बारिश के कारण इसकी नींव कमजोर हो गई थी। मानसून के दौरान इंद्रायणी नदी में पानी का बहाव तेज हो जाता है, जिससे पुराने ढांचों को नुकसान का खतरा बढ़ जाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के पुराने पुलों की समय-समय पर जांच और मरम्मत जरूरी है।
Pune Bridge Collapse Reason: तलेगांव दाभाड़े पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया, “पुल का ढांचा पुराना था और भारी बारिश ने इसे और कमजोर कर दिया। हम अभी यह जांच कर रहे हैं कि हादसे की असल वजह क्या थी।”
मानसून में पर्यटन स्थलों पर खतरा
Pune Bridge Collapse हादसा मानसून के दौरान पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था की कमी को उजागर करता है। Monsoon Safety in Pune एक बड़ा मुद्दा बन गया है, क्योंकि हर साल ऐसे स्थलों पर हादसे होते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि पुराने पुलों और ढांचों की नियमित जांच जरूरी है। स्थानीय लोगों ने भी प्रशासन से मांग की है कि कुंडमाला जैसे पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं।

Pune Bridge Collapse आगे क्या?
Pune Bridge Collapse 2025 की इस घटना ने पर्यटकों और स्थानीय लोगों में दहशत पैदा कर दी है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे मानसून के दौरान सावधानी बरतें और असुरक्षित स्थानों पर जाने से बचें। एनडीआरएफ और पुलिस की टीमें अभी भी लापता लोगों की तलाश में जुटी हैं। इस हादसे ने एक बार फिर पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा और रखरखाव के मुद्दे को सामने ला दिया है।
पुणे के कुंडमाला में इंद्रायणी नदी पर हुए इस पुल हादसे ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। Indrayani River Accident की यह घटना हमें याद दिलाती है कि मानसून में पर्यटन स्थलों पर जाने से पहले सुरक्षा का ध्यान रखना कितना जरूरी है। प्रशासन को भी चाहिए कि वह पुराने ढांचों की जांच करे और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोके।