भारत में अल्जाइमर से लड़ने के लिए राष्ट्रीय डिमेंशिया रणनीति बनाए जाने की जरूरत: विशेषज्ञ

-Advertisement-
-Advertisement-
Join whatsapp channel Join Now
Join Telegram Group Join Now
-Advertisement-

नई दिल्ली, 11 अक्टूबर (khabarwala24)। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, देश में अल्जाइमर रोग के बढ़ते मामलों से निपटने के लिए भारत को वृद्धावस्था और मानसिक स्वास्थ्य पर एक राष्ट्रीय रणनीति की आवश्यकता है।

भारत में अल्जाइमर से लड़ने के लिए राष्ट्रीय डिमेंशिया रणनीति बनाए जाने की जरूरत: विशेषज्ञ

नई दिल्ली, 11 अक्टूबर (khabarwala24)। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, देश में अल्जाइमर रोग के बढ़ते मामलों से निपटने के लिए भारत को वृद्धावस्था और मानसिक स्वास्थ्य पर एक राष्ट्रीय रणनीति की आवश्यकता है।

इंडियन जर्नल ऑफ पब्लिक हेल्थ में प्रकाशित संपादकीय में, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के विशेषज्ञों ने, हिमाचल प्रदेश के एम.एम. मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के साथ मिलकर, विश्व स्वास्थ्य संगठन के वैश्विक ढांचे के अनुरूप एक व्यापक राष्ट्रीय डिमेंशिया योजना को लागू करने की आवश्यकता पर जोर दिया।

लेखकों में से एक, डॉ. के. मदन गोपाल ने प्रोफेशनल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म लिंक्डइन पोस्ट में कहा, “भारत को अल्जाइमर को केवल एक नैदानिक ​​समस्या के रूप में नहीं, बल्कि वृद्धावस्था और मानसिक स्वास्थ्य पर एक व्यापक राष्ट्रीय रणनीति के हिस्से के रूप में देखना चाहिए। प्राइमरी केयर में कोग्नेटिव हेल्थ स्क्रीनिंग को शामिल करना, दीर्घकालिक केयर मॉडल में निवेश करना, केयरगिवर सपोर्ट सिस्टम (देखभाल करने वालों की शृंखला) का निर्माण करना और जोखिम कारकों पर और शोध करना, आगे बढ़ने के लिए महत्वपूर्ण कदम हैं।”

उन्होंने आगे कहा, “हमारे निर्देश स्पष्ट हैं: हमें समय पर कार्रवाई करनी चाहिए, समझदारी से निवेश करना चाहिए और मानवीय योजना बनानी चाहिए। अल्जाइमर केयर को हमारी व्यापक स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूत करने और सामाजिक सुरक्षा एजेंडे का हिस्सा बनना चाहिए—जिससे हर वृद्ध भारतीय के लिए सम्मान, समावेश और सहायता सुनिश्चित हो सके।”

एक अनुमान के अनुसार, वर्तमान में 53 लाख भारतीय डिमेंशिया से पीड़ित हैं, और अनुमान है कि वर्ष 2050 तक यह आंकड़ा लगभग तीन गुना बढ़ जाएगा, जिसका मुख्य कारण बुजुर्गों की बढ़ती आबादी है।

विशेषज्ञों ने आयुष्मान आरोग्य मंदिरों के साथ अल्जाइमर देखभाल को एकीकृत करने की आवश्यकता पर जोर दिया।

संपादकीय में कहा गया है, “आयुष्मान आरोग्य मंदिर (विस्तारित स्वास्थ्य एवं कल्याण केंद्र) सामुदायिक स्तर पर डिमेंशिया की जांच, परामर्श और रेफरल को एकीकृत करने का एक अनूठा अवसर प्रदान करते हैं, जिससे देखभाल अधिक सुलभ और स्वीकार्य हो जाती है।”

विशेषज्ञों ने अल्जाइमर से निपटने के लिए मेमोरी क्लीनिक और ई-संजीवनी जैसे टेलीमेडिसिन प्लेटफॉर्म की क्षमता का उल्लेख किया।

इसके अलावा, उन्होंने इस बीमारी से प्रभावित लोगों के लिए निवेश बढ़ाने और एचपीवी टीकाकरण पायलटों से लेकर मिशन-मोड पोषण अभियानों और राष्ट्रव्यापी कोविड-19 टीकाकरण अभियान तक, बड़े पैमाने पर सार्वजनिक स्वास्थ्य हस्तक्षेपों की सफलताओं से सबक लेने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।

विशेषज्ञों ने एक ‘राष्ट्रीय मनोभ्रंश रणनीति’ का आह्वान किया, “जिसमें जन जागरूकता अभियानों को सक्रिय सामुदायिक भागीदारी के साथ जोड़ा जाए ताकि इसे लेकर भ्रम को कम किया जा सके और लोगों को त्वरित मदद मिल सके; स्वास्थ्य प्रणाली के हर स्तर पर एक समान गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए स्क्रीनिंग, निदान और देखभाल के लिए मानकीकृत दिशानिर्देश; और मेमोरी क्लीनिकों की पहुंच का विस्तार करने, किफायती सहायक तकनीकों का विकास करने और देखभाल करने वालों को प्रशिक्षित करने के लिए सार्वजनिक-निजी भागीदारी की सुविधा हो।”

उन्होंने आगे कहा, “इस तरह का साझा दृष्टिकोण भारत में डिमेंशिया केयर के लिए एक व्यापक और समावेशी ढांचे के निर्माण में तेजी ला सकता है।”

Source : IANS

डिस्क्लेमर: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में Khabarwala24.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर Khabarwala24.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है।

Breaking News in Hindi और Latest News in Hindi सबसे पहले मिलेगी आपको सिर्फ Khabarwala24 पर. Hindi News और India News in Hindi  से जुड़े अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook पर ज्वॉइन करें, Twitter पर फॉलो करें और Youtube Channel सब्सक्राइब करे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

-Advertisement-

Related News

-Advertisement-

Breaking News

-Advertisement-