IIA Khabarwala 24 News Hapur : आई.आई.ए धीरखेड़ा हापुड़ चैप्टर के चेयरमैन शांतनु सिंघल की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें पश्चिमांचल विद्युत निगम के चीफ इंजीनियर समेत अनेक अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में ऊर्जा निगम से संबंधित समस्याओं को उद्यमियों ने उठाया।
बैठक में सीईसी मैम्बर अशोक छारिया ने धीरखेडा इंडस्ट्रीयल एरिया, मोदीनगर रोड तथा हापुड़ के उद्यमियों को विद्युत विभाग की तरफ से होने वाली परेशानियों को चीफ इंजीनियर के समक्ष रखा। बोर्ड मैम्बर नीरज गुप्ता ने बताया कि किस प्रकार उद्यमी के नए कनेक्शन लेने पर उद्यमी के द्वारा एस्टीमेट की धनराशि विद्युत विभाग को जमा कराने के बाद भी उद्यमी के यहां नया कनेक्शन नहीं लगाया जाता है। उद्यमी जब इस विषय में विद्युत विभाग के अधिकारियों से कोई पूछताछ करता है तो विभाग द्वारा कोई कोई संतुष्टि पूर्ण जवाब नहीं दिया जाता है एवं सामान न होने का बहाना बना दिया जाता है।
राजेंद्र गुप्ता, सचिव पवन शर्मा ने बताया कि विद्युत विभाग के द्वारा धीरखेडा इंडस्ट्रीयल एरिया में बिजली के सभी और तारों की मरम्मत का कार्य सही प्रकार से तथा समय पर नहीं किया जाता है, जिससे इंडस्ट्रीयल एरिया, धीरखेड़ा में 8-10 बार विद्युत आपूर्ति बाधित होती है । इसके कारण उद्योगों की उत्पादन क्षमता प्रभावित होती है।
सचिव पवन शर्मा ने बताया कि मोदीनगर रोड पर बिजली घर के पास स्थित उद्योगों की विद्युत आपूर्ति के लिए फीडर लाइन बिजली घर के पास ना देकर 14 किलोमीटर दूर दी गई है। इतनी लंबी दूरी की लाइन में आए दिन कोई ना कोई समस्या होती रहती है। जिसकी वजह से इस लाइन पर 10 से 15 बार शट डाउन लिया जाता है इसके कारण विदयुत आपूर्ति बाधित होती है तथा उद्योगों पर प्रतिकुल प्रभाव पड़ता है।
चेयरमैन शांतनु सिंघल ने बताया कि खराब मीटरों को विद्युत विभाग के द्वारा कैसे महीने तक नहीं बदला जाता है । यह खराब मीटर उपभोक्ता का गलत बिल जारी करता है । जिससे उद्यमी को आर्थिक और मानसिक समस्या का सामना करना पड़ता है। विद्युत विभाग हापुड़ के पास थ्री फेज़ मीटर और सिंगल फेज़ मीटर की भारी मात्रा में कमी है । पवन शर्मा ने बताया कि सीए क्यू एम ने 1 अक्टूबर से फैक्ट्री में डीजल जनरेटर पर प्रतिबन्ध लगा दिया है । ऐसे में यदि उद्योग को निर्बाध विद्युत आपूर्ति नहीं मिलेगी तो उद्योग का संचालन सही तरह से नहीं हो पाएगा और उद्योग बंद होने की कगार पर पहुंच जाएंगे। जिससे बेरोजगारी बढ़ेगी और देश के सामने आर्थिक संकट की स्थिति उत्पन्न होगी।
उद्यमियों की समस्या सुनकर चीफ इंजीनियरअनिल कुमार जायसवाल ने बैठक में उपस्थित अधिकारियों को सही तरह से कार्य करने की चेतावनी दी तथा साथ ही चेयरमैन शांतनु सिंघल को आश्वासन दिया की विद्युत विभाग के द्वारा उद्योग को निर्वाध विद्युत आपूर्ति दी जाएगी तथा विद्युत विभाग के अधिकारियों कि तरफ से उद्यमियों को भविष्य में कोई परेशानी नहीं आएगी
चीफ इंजीनियर अनिल कुमार जायसवाल ने बताया कि शासन के द्वारा हापुड़ जिले के लिए 36 करोड़ रुपये बजट पास हुआ है जिसमें से 5 करोड़ रुपये का बजट धीरखेडा इंडस्ट्रीयल एरिया के लिए है । धीरखेडा इंडस्ट्रीयल एरिया के पावर हाउस की वर्तमान क्षमता 10 एमवीए है जिसमें 7.50 एमवीए चल रही है और इसे बढ़ाकर 20 एमवीए करने का प्रस्ताव शासन को भेजा जा चुका है तथा काफी योजनाओं के लिए टेंडर जारी किए जा चुके है।