Khabarwala 24 News Hapur: ज्येष्ठ माह में गंगा दशहरा (Ganga Dussehra)के पावन पर्व पर लाखों श्रद्धालुओं ने मां गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। बृहस्पतिवार को सभी दस लक्षणों से युक्त इस पर्व को पूरे देश में धूमधाम से मनाया गया। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इसी दिन मां गंगा भगवान शिव की जटाओं से पृथ्वी पर अवतरित हुई थीं। इस अवसर पर ब्रजघाट, पुष्पावती पूठ, और लठीरा के गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। हर-हर गंगे के जयघोष से गंगा तट गूंज उठे।
Ganga Dussehraपर ब्रह्म मुहूर्त से शुरू हुआ स्नान
बृहस्पतिवार की सुबह चार बजे ब्रह्म मुहूर्त से ही श्रद्धालु गंगा तटों पर पहुंचने लगे। दिन भर गंगा भक्तों का आना-जाना लगा रहा। स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने गंगा पूजन किया और छोटे बच्चों का मुंडन संस्कार संपन्न कराया। दीपदान की परंपरा भी निभाई गई। हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, मेरठ, नोएडा, गाजियाबाद, बुलंदशहर, अमरोहा, और मुरादाबाद समेत आसपास के जनपदों से आए श्रद्धालुओं की संख्या सर्वाधिक रही। गंगा घाटों पर भक्ति और उत्साह का अद्भुत संगम देखने को मिला।
गंगा स्वच्छता के लिए जागरूकता अभियान
गंगा दशहरा (Ganga Dussehra) के अवसर पर गंगा की स्वच्छता को लेकर विशेष प्रयास किए गए। गंगा सभा आरती समिति के संचालक कपिल नागर, श्री गंगा सेवा समिति के अध्यक्ष विनय मिश्रा, गौरव मिश्रा, ओमप्रकाश पहलवान, सतनाम यादव, और अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं ने श्रद्धालुओं को गंगा को प्रदूषित न करने के लिए जागरूक किया। बाहरी क्षेत्रों से आए भक्तों को गंगा की पवित्रता बनाए रखने और स्वच्छता में योगदान देने के लिए प्रेरित किया गया। कार्यकर्ताओं ने श्रद्धालुओं से अपील की कि वे गंगा में प्लास्टिक या अन्य कचरा न फेंकें और नदी की स्वच्छता के लिए सामूहिक जिम्मेदारी निभाएं।
गंगा दशहरा का महत्व
गंगा दशहरा (Ganga Dussehra)का पर्व मां गंगा के पृथ्वी पर अवतरण का प्रतीक है। मान्यता है कि इस दिन गंगा स्नान और पूजन से पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। गंगा न केवल आध्यात्मिक महत्व रखती है, बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक और पर्यावरणीय धरोहर भी है। इस पर्व पर गंगा की स्वच्छता और संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाना आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है।

पुलिस ने किए सुरक्षा के कड़े प्रबंध
गंगा दशहर (Ganga Dussehra) मेले को लेकर पुलिस ने सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए। एसपी कुंवर ज्ञानंजय सिंह स्वयं कमान संभाले हुए थे। संदिग्ध लोगों और वाहनों पर पुुलिस की पैनी निगाह रही। वहीं यातायात व्यवस्था भी बेहतर सही। श्रद्धालुओं को आवागमन में दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ा। यातायात प्रभारी छवि राम टीम के साथ मुस्तैद रहे।