Khabarwala 24 News New Delhi : Grok AI vs ChatGPT ग्रोक एआई इस हफ्ते की शुरुआत से ही चर्चा में बना हुआ है। खासकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर तो ये लगातार ट्रेंड कर रहा है। वैसे X और Grok AI का रिश्ता तो जगजाहिर है, लेकिन ग्रोक ने फिलहाल वो काम किया है, जो दूसरे AI चैटबॉट अब तक नहीं कर पाए थे। वो है लोगों का AI इस्तेमाल करना आम होना। OpenAI का ChatGPT और Google का Gemini, Grok से पहले से मार्केट में मौजूद हैं।
कब लॉन्च हुआ था Grok? (Grok AI vs ChatGPT)
दोनों ही प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल बड़ी संख्या में लोग करते हैं, लेकिन इन्हें यूजर्स का वैसा ट्रीटमेंट नहीं मिलता, जो Grok AI को मिल रहा है। इसकी एक खास वजह है। Grok AI को एलन मस्क की कंपनी xAI ने नवंबर 2023 में लॉन्च किया था। हालांकि, शुरुआत में ये चैटबॉट सिर्फ X के प्रीमियम यानी पेड यूजर्स के लिए उपलब्ध था। बाद में कंपनी ने इसे सभी यूजर्स के लिए फ्री कर दिया।
चैटबॉट्स नहीं देंगे जवाब (Grok AI vs ChatGPT)
लेकिन चर्चा में ये उस वक्त आया जब लोगों ने X पर Grok को टैग कर उससे सवाल पूछने शुरू कर दिए। आप X पर Grok को सीधे टैग करके उससे सवाल कर सकते हैं। अमूमन दूसरे चैटबॉट्स जिन सवालों के जवाब नहीं देते हैं या घुमाकर बताते हैं। ग्रोक उन सवालों के सीधे जवाब देता है। आप इस प्लेटफॉर्म से किसी विवादित मुद्दे पर भी सवाल कर सकते हैं, जिस पर अमूमन चैटबॉट्स आपको जवाब नहीं देंगे, लेकिन Grok आपको उसका जवाब देगा।
हर मुद्दे पर दे रहा जवाब (Grok AI vs ChatGPT)
जरूरी नहीं है कि Grok का दिया जवाब। बिलकुल सही और सटीक हो, लेकिन कम से कम ये प्लेटफॉर्म उन मुद्दों पर आपको जवाब देगा, जिन्हें दूसरे प्लेटफॉर्म्स छोड़ देते हैं। मसलन, लोग Grok को टैग करते हुए किसी देश के नेता या उस देश की विदेश पॉलिसी या फिर किसी जगह पर हुए दंगों को लेकर सवाल कर रहे हैं। ग्रोक लोगों को जवाब दे रहा है मगर इसकी चर्चा की एक और बड़ी वजह ग्रोक के जवाब देने का तरीका है।
भाषा-शैली कर रहा कॉपी (Grok AI vs ChatGPT)
आप इस AI चैटबॉट से जिस भाषा में बात करते हैं, वो उसी में आपको जवाब देता है यानी आप अंग्रेजी में बात करेंगे तो अंग्रेजी में, हिन्दी में किए सवाल का जवाब हिन्दी में और हिंग्लिश का जवाब हिंग्लिश में दे रहा है। इतना ही नहीं ये लोगों के बातचीत की भाषा के साथ शैली को भी कॉपी कर रहा है। अगर आपकी भाषा-शैली में अपशब्द हैं तो हो सकता है कि Grok के जवाब में भी ऐसी ही शैली दिख जाए।
दूसरों को टार्गेट करने को (Grok AI vs ChatGPT)
इसके कई सारे उदाहरण हमें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर देखने को मिल जाएंगे। वैसे आपको बता दें कि Grok को X के साथ होने का भी फायदा मिलता है। दोनों ही प्रोडक्ट्स का मालिकाना हक Elon Musk के पास है। Grok ने जैसी ही टैग होने पर जवाब देना शुरू किया। लोगों ने इसे इस्तेमाल करना शुरू किया। कुछ लोगों ने इस्तेमाल मजे के लिए किया, तो कुछ ने दूसरों को टार्गेट करने के लिए।
लोगों के लिए आम होगा AI (Grok AI vs ChatGPT)
ये चैटबॉट इंटरनेट पर मौजूद जानकारियां को रीड करने के बाद आपके सवालों का जवाब देता है इसलिए ऐसा भी हो सकता है कि आपके किसी सवाल का जवाब सटीक ना हो। कई रिपोर्ट्स में दावा किया जा चुका है कि AI मॉडल्स पर पूरी तरह से तथ्यों को लेकर भरोसा नहीं किया जा सकता है। इन प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल आपको समझदारी के साथ करना चाहिए।
भविष्य में दिखेगा इसका असर (Grok AI vs ChatGPT)
खैर इन सभी बातों को एक तरफ रखते हुए, ये साफ तौर पर कहा जा सकता है कि Grok AI ने वो किया जो ChatGPT और Gemini नहीं कर पाए। इस AI चैटबॉट की वजह से बड़ी संख्या में लोगों ने AI से सवाल करना शुरू किया। इसका असर भविष्य में देखने को मिलेगा। आने वाले समय में लोग किसी सवाल का जवाब खोजने के लिए शायद गूगल पर ना जाकर AI का सहारा लेंगे।