Khabarwala 24 News New Delhi: Goldy Brar कनाडा में रहकर भारत में आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने वाले गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के खिलाफ केंद्र सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है। गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत उसको आतंकवादी घोषित किया गया है। कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के राइट हैंड कहे जाने वाले गोल्डी को पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस का मास्टरमाइंड माना जाता है। उसके इशारे पर ही बिश्नोई गैंग के गुर्गों ने सिंगर की हत्या की थी।
कौन है गोल्डी बराड़ (Goldy Brar)
गैंगस्टर गोल्डी बराड़ का असली नाम सतिंदर सिंह उर्फ सतिंदर सिंहजीत सिंह है। वह साल 2021 में भारत से भागकर कनाडा पहुंच गया था। उसके बाद से ही कभी कनाडा तो कभी अमेरिका में रहकर आपराधिक और आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम दे रहता है। वहां से एक मॉड्यूल के जरिए पंजाब में वारदातें करता है। केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी किए गए नोटिफिकेशन में उसे आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल से संबद्ध बताया गया है।
मूसेवाला की हत्या की पूरी साजिश रची थी
जानकारी के अनुसार , गैंगस्टर से आतंकी घोषित किया गया गोल्डी बराड़ पंजाब के श्री मुक्तसर साहेब का रहने वाला है। गोल्डी का जन्म 11 अप्रैल 1994 को हुआ था.।फिलहाल कनाडा के ब्राम्पटन में रह रहा है। वहां खालिस्तानी आतंकवादियों के साथ जुड़कर भारत विरोधी काम कर रहा है। उसने कनाडा में बैठकर पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या की पूरी साजिश रची थी।इसके बाद सोशल मीडिया पर ऐलान करके इसकी जिम्मेदारी भी ली थी।
28 बड़े कुख्यात गैंगस्टरों के नाम शामिल (Goldy Brar)
केंद्रीय जांच एजेंसी एनआईए ने विदेशों में बैठकर संचालित किए जा रहे गैंग्स की लंबी जांच पड़ताल के बाद एक लिस्ट तैयार की है। इसमें करीब 28 बड़े कुख्यात गैंगस्टरों के नाम शामिल किए गए हैं, जो कि देश की सुरक्षा के लिए खतरा हैं। इस सूची को केंद्रीय गृह मंत्रालय को सौंप दिया गया है। यह गैंगस्टर पंजाब, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान सहित कई राज्यों बड़े आपराधिक मामलों को अंजाम दे रहे हैं। इतना ही नहीं देश विरोधी गतिविधियों में भी शामिल हैं।
कनाडा के अल्बर्टा में रह रहा (Goldy Brar )
कुछ दिन पहले ही गृह मंत्रालय ने एक अन्य गैंगस्टर लखबीर सिंह लांडा को भी आतंकी घोषित किया था, जिसका संबंध आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल के साथ मिला था। गोल्डी बराड़ के उसके साथ सीधे लिंक मिले हैं। लखबीर सिंह लांडा पाकिस्तान में रह रहे एक खालिस्तानी आतंकी हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा के साथ काम करता है। उसके खिलाफ पंजाब के मोहाली और तरन तारन में रॉकेट हमलों की साजिश रचने के साथ ही करीब 20 से अधिक मामलों में केस दर्ज हैं। उसने साल 2022 में मोहाली स्थित पंजाब पुलिस के मुख्यालय और तरन तारन के सरहाली थाने पर रॉकेट से अटैक करवाया था। फिलहाल वो कनाडा के अल्बर्टा में रह रहा है।
आईएसआई के संपर्क में आया (Goldy Brar )
आतंकी लखबीर सिंह लांडा साल 2017 में खालिस्तानी आतंकी हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा के सहयोग से भारत से फरार हुआ था। कनाडा जाने के बाद वो पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के संपर्क में आया। उनके इशारे पर पाकिस्तान से हथियारों की तस्करी करके हिंदुस्तान लाने लगा। पंजाब बॉर्डर पर इसके गुर्गे ड्रोन के जरिए हथियारों और ड्रग्स की तस्करी करते हैं। आईईडी जैसे खतरनाक एक्सप्लोसिव डिवाइस सीमा पार से लाते हैं। इनका इस्तेमाल आतंकी वारदातों के लिए किया जाता है। गृहमंत्रालय द्वारा जारी नोटिफिकेशन में गोल्डी बराड़ के बारे में भी लिखा गया है कि वो सीमा पार से हथियारों और विस्फोटकों की तस्करी करता है।