Saturday, May 31, 2025

Sitaare Zameen Par ओटीटी पर रिलीज नहीं होगी ‘सितारे जमीन पर’, आमिर लेने जा रहे बड़ा रिस्क, क्या फॉलो करेगा बॉलीवुड

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Khabarwala 24 News New Delhi : Sitaare Zameen Par बॉलीवुड सुपरस्टार आमिर खान की नई फिल्म ‘सितारे जमीन पर’ फिल्म को लेकर जनता की एक्साइटमेंट काफी बढ़ी हुई है। आमिर ने इसे अपनी आइकॉनिक फिल्म ‘तारे जमीन पर’ का स्पिरिचुअल सीक्वल बताया है और ट्रेलर में नजर आ रही कहानी लोगों को इमोशनल करने के साथ-साथ उनके चेहरे पर मुस्कराहट भी लेकर आ रही है और अब नई फिल्म से वो फिल्म बिजनेस का एक और नियम बदलने जा रहे हैं, जिसके खिलाफ वो खुद पिछले कुछ समय से आवाज उठाते रहे हैं। आइए बताते हैं कि आमिर कौन सा नियम तोड़ने जा रहे हैं और इससे क्या असर पड़ सकता है…

ओटीटी से आमिर का किनारा (Sitaare Zameen Par)

आमिर खान ने पिछले कुछ महीनों में बॉलीवुड के बिजनेस मॉडल में ओटीटी प्लेटफॉर्म्स के रोल को लेकर काफी सवाल उठाए हैं। बीते छह महीनों में वो कई बार इस बात पर जोर दे चुके हैं कि थिएटर्स में रिलीज के 8 हफ्ते बाद ओटीटी पर फिल्म रिलीज करना ऑडियंस में एक गलत मैसेज देता है। बकौल आमिर, ‘ये ऐसा है जैसे आप ऑडियंस को बोल रहे हैं कि आप थिएटर्स में मेरी फिल्म देखिए। नहीं आएंगे तो कोई बात नहीं, 8 हफ्ते बाद मैं खुद फिल्म फोन पर दिखा दूंगा।

रेवेन्यू जेनरेट का नया मॉडल (Sitaare Zameen Par)

आमिर सिर्फ ‘सितारे जमीन पर’ में एक्टर ही नहीं हैं बल्कि इसके प्रोड्यूसर भी हैं। उनकी फिल्म 20 जून को थिएटर्स में रिलीज होनी है यानी अब इसमें पूरा एक महीना भी नहीं बचा मगर ऐसी रिपोर्ट्स सामने आ रही हैं कि आमिर ने इस फिल्म के लिए मिल रही 100 करोड़ रुपये की ओटीटी डील छोड़ दी है। वो अपनी फिल्म ओटीटी पर रिलीज करना ही नहीं चाहते। आमिर, थिएट्रिकल रिलीज के बाद फिल्म से रेवेन्यू जेनरेट करने का एक नया मॉडल अपनाने जा रहे हैं।

यूट्यूब पर आमिर की फिल्म (Sitaare Zameen Par)

‘सितारे जमीन पर’ से जुड़ी लेटेस्ट रिपोर्ट्स बताती हैं कि प्रोड्यूसर आमिर खान अपनी फिल्म ओटीटी पर रिलीज ही नहीं करेंगे। ‘सितारे जमीन पर’ थिएटर्स में रिलीज होने के 8 हफ्ते बाद यूट्यूब पर ‘पे पर व्यू’ ऑप्शन के साथ उपलब्ध होगी यानी हर बार फिल्म देखने पर आपको एक निश्चित अमाउंट पे करना होगा। ये कुछ उसी तरह है जैसे आप हर बार थिएटर में जाने पर फिल्म का टिकट खरीदते हैं।

स्ट्रीमिंग का लोगो नहीं है (Sitaare Zameen Par)

हॉलीवुड रिपोर्टर इंडिया के अनुसार, आमिर अपनी फिल्म की थिएट्रिकल रिलीज के बाद इसे सीधा स्ट्रीमिंग के लिए रिलीज नहीं करना चाहते क्योंकि ये दर्शकों को बड़ी स्क्रीन पर फिल्में देखने से हतोत्साहित करता है। यही वजह है कि ‘सितारे जमीन पर’ के पोस्टर पर किसी स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म का लोगो नहीं है। यूट्यूब पर ‘पे पर व्यू’ मोड में फिल्म देखने का चार्ज, नॉर्मली एक फिल्म टिकट के आसपास ही रहता है।

ऑप्शन हैं-थिएटर्स या यूट्यूब (Sitaare Zameen Par)

आमिर के इस फैसले का पूरा निचोड़ ये है कि अब दर्शक के पास ‘सितारे जमीन पर’ देखने के लिए दो ही ऑप्शन हैं-थिएटर्स या यूट्यूब और चूंकि दोनों ऑप्शन जेब पर लगभग एक बराबर ही भारी पड़ेंगे तो दर्शक बड़े पर्दे पर थिएट्रिकल एक्सपीरियंस के साथ फिल्म देखना ज्यादा प्रेफर करेगा। जहां आमिर का ये फैसला ‘सितारे जमीन पर’ के थिएट्रिकल एक्सपीरियंस के लिए फायदेमंद हो सकता है। वहीं बिजनेस के नजरिए से इस फैसले में कुछ रिस्क भी हैं।

आमिर के फैसले में रिस्क (Sitaare Zameen Par)

अगर रिपोर्ट्स की मानें तो ‘सितारे जमीन पर’ के लिए आमिर ने 100 करोड़ की ओटीटी डील का ऑफर ठुकराया है। बॉक्स ऑफिस से होने वाली कमाई से फिल्म कितनी भी कमाई कर ले लेकिन इसमें अगर तो 100 करोड़ जैसी बड़ी रकम और जुड़ जाए तो भला किस प्रोड्यूसर को बुरा लगेगा। अगर ये भी मान लें कि ये मॉडल फिल्म देखने के लिए ऑडियंस को थिएटर्स जाने के लिए मोटिवेट करेगा, तो क्या इससे होने वाला फायदा 100 करोड़ की भरपाई कर पाएगा?

पायरेसी का खतरा ज्यादा (Sitaare Zameen Par)

‘सितारे जमीन पर’ के लिए आमिर जो प्लान बना रहे हैं उसपर दूसरा सबसे बड़ा खतरा है-पायरेसी। ऐसा नहीं है कि थिएटर्स में रिलीज होने वाली फिल्में पायरेसी का शिकार नहीं बनतीं लेकिन किसी ऑनलाइन मीडियम पर पायरेसी होने का खतरा बहुत ज्यादा बढ़ जाता है, वो भी यूट्यूब पर और अगर फिल्म ऑनलाइन लीक हो गई तो पैसे खर्च करके थिएटर्स क्या, किसी भी मीडियम पर दर्शक क्यों ही इसे देखना चाहेगा।

ओटीटी मंथली सब्सक्रिप्शन (Sitaare Zameen Par)

तीसरी सबसे बड़ी समस्या ऑडियंस के बिहेवियर की है। यानी डिजिटल शॉपिंग की तरह, डिजिटल व्यूअरशिप में भी जनता सामने पड़ने वाले प्रोडक्ट ऑप्शन में से चुनने लगी है। ओटीटी प्लेटफॉर्म के सब्सक्रिप्शन में दर्शक एक ही फिल्म नहीं देखता बल्कि उसके सामने कंटेंट का पूरा एक संसार होता है जबकि ‘पे पर व्यू’ में सिर्फ एक फिल्म के लिए जितना खर्च करना होता है। आज कई ओटीटी प्लेटफॉर्म्स का मंथली सब्सक्रिप्शन मिल जाता है.

बिहेवियर बदलना भी जरूरी (Sitaare Zameen Par)

यूट्यूब पर दर्शक को उसकी पिछली चॉइस, लेटेस्ट ट्रेंड्स और लेटेस्ट रिलीज के हिसाब से वीडियोज नजर आते हैं। ‘पे पर व्यू’ वाले किसी कंटेंट तक कोई दर्शक तभी पहुंचेगा जब वो खुद इसे खोजेगा उसकी कामयाबी के लिए ऑडियंस का बिहेवियर बदलना भी जरूरी है और ये सबसे बड़ा चैलेंज है। हालांकि, आमिर वो बॉलीवुड सुपरस्टार हैं जो ये काम आराम से कर भी सकते हैं क्योंकि उनकी फिल्मों का दमदार कंटेंट, दर्शक को मोटिवेट कर सकता है।

इंडस्ट्री के लिए नई मिसाल (Sitaare Zameen Par)

‘सितारे जमीन पर’ में आमिर जो कंटेंट लेकर आ रहे हैं उसमें इतना वजन तो नजर आ ही रहा है कि दर्शक ऑनलाइन आने के बाद इसे खोजकर देखना चाहेंगे। वैसे तो आमिर के इस नए बिजनेस मॉडल को लेकर रिपोर्ट्स ही आई हैं और उन्होंने या उनकी प्रोडक्शन कंपनी ने अभी ऑफिशियल जानकारी शेयर नहीं की है।अगर आमिर असल में यूट्यूब पर ‘पे पर व्यू’ से रेवेन्यू जेनरेट करने का आईडिया लगाते हैं और ऐसा होता है तो ये इंडस्ट्री के लिए एक नई मिसाल बनेगा।

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