Khabarwala 24 News New Delhi : Jo Jeeta Wohi Sikandar ‘जो जीता वही सिकंदर’ आमिर खान के करियर की सुपरहिट फिल्मों में से एक है। इस फिल्म में आयशा जुल्का, दीपक तिजोरी, पूजा बेदी, किरण जावेरी और मामिक सिंह जैसे बड़े कलाकार थे लेकिन क्या आप जानते हैं इस फिल्म की दो बार शूटिंग हुई थी। फिल्म की शूटिंग के दौरान एक्टर आमिर खान 4 एक्टरों से इस कदर परेशान हो गए थे कि उन्हें फिल्म से निकलवा दिया था। आमिर खान और आयशा जुल्का की फिल्म ‘जो जीता वही सिकंदर’ साल 1992 में रिलीज हुई थी।
क्यों करना पड़ा था दोबारा शूट (Jo Jeeta Wohi Sikandar)
इस फिल्म के डायरेक्टर आमिर खान के कजिन मंसूर अली खान थे, जबकि फिल्म के प्रोड्यूसर आमिर खान के चाचा नासिर खान थे। ‘जस्ट टू फिल्मी’ से बातचीत में एक्टर आमिर खान कहते हैं ‘जो जीता वही सिकंदर’ फिल्म को बनाना एक टार्चर था। इस फिल्म को दो बार शूट करना पड़ा था। इस फिल्म के कुछ पार्ट वैसे नहीं थे, जैसे होने चाहिए थे। पूजा बेदी और दीपका तिजोरी इस फिल्म के पहले हिस्सा नहीं थे उनकी जगह किसी अन्य एक्टर को साइन किया गया था।
एक्ट्रेस की परफॉर्मेंस से खुश नहीं (Jo Jeeta Wohi Sikandar)
आमिर खान कहते हैं कि मंसूर खान ‘जो जीता वही सिंकदर’ की फीमेल लीड एक्ट्रेस की परफॉर्मेंस से खुश नहीं थे। ऐसे में वो कुछ सीन दोबारा शूट करना चाहते थे फिर फिल्म में पूजा बेदी को कास्ट किया गया। आमिर कहते हैं आधी फिल्म शूट हो गई थी, जिसमें देविका का किरदार भी था। आमिर खान एकदम दुखी हो गए थे क्योंकि उन्हें लग रहा था कि उन्होंने फिल्म में अपना बेस्ट दिया है लेकिन फिल्म के डायरेक्टर मंसूर खान फिल्म से खुश नहीं थे। ऐसे में फिल्म को दोबारा शूट करने के अलावा और कोई चारा नहीं था।
आमिर ने निकलवाए 4 एक्टर्स (Jo Jeeta Wohi Sikandar)
‘जो जीता वही सिकंदर’ कल्ट क्लासिक फिल्म साबित हुई थी। आमिर खान कहते हैं कि ऊटी में फिल्म की शूटिंग 60-70 दिनों तक हो चुकी थी तभी डायरेक्टर मंसूर, आमिर से कहते हैं कि देविका का किरदार निभाने वाली लड़की काम नहीं कर पा रही। उन्होंने ये भी कहा कि उन्होंने उस किरदार के लिए गलत इंसान को कास्ट कर लिया था। एक्ट्रेस में कोई कमी नहीं थी वो बहुत अच्छी थी लेकिन किरदार घमंडी लड़की का था, जो वो नहीं कर पा रही थी।
फिल्म का 20% शूट बाकी था (Jo Jeeta Wohi Sikandar)
तभी आमिर खान डायरेक्टर से कहते हैं, जब आप फिल्म का कुछ सीन बदल ही रहे हैं, तो क्यों न बाकी चार एक्टर्स को भी फिल्म से निकाल दें, क्योंकि उनके साथ काम करने का एक्सपीरियंस अच्छा नहीं रहा। फिल्म का लगभग 80% हिस्सा पूरा हो गया था और 20% शूट करना बाकी था, जिसमें 4 कलाकार थे। उन चारों ने मंसूर और मेरी जिंदगी नरक बना दी थी। ऐसे में मैंने मंसूर से कहा जब आप 80% हिस्सा फिर से बना ही रहे हैं, तो क्यों न इन्हें निकाल कर पूरी फिल्म फिर से बनाया जाए।