Khabarwala 24 News New Delhi : Divya Jyoti Jagrati Sansthan दिव्य ज्योति जागृत संस्थान के संस्थापक आशुतोष महाराज को लेकर दावा किया जा रहा है कि वे पिछले 10 साल से समाधि में हैं। अब उनकी शिष्या ने भी समाधि ले ली है। समाधि स्थल पर पहुंचकर इस संबंध में जब उनके शिष्यों से बातचीत की तो महामंडलेश्वर और बाबा महादेव ने बड़ा आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि संस्थान वालों ने आशुतोष महाराज के शरीर को डीप फ्रीजर में कैद करके रखा है, ताकि वे समाधि से कभी वापस ही न आ सकें. इसलिए आशुतोष महाराज ने अपनी शिष्या आशुतोषांबरी को आंतरिक संदेश भेजा और कहा कि वह उन्हें समाधि से वापस ले आएं, क्योंकि इन लोगों ने डीप फ्रीजर में कैद करके रखा हुआ है, इसीलिए मैं वापस नहीं आ पा रहा हूं।
डीप फ्रीजर में समाधि स्थिति (Divya Jyoti Jagrati Sansthan)
महादेव बाबा ने कहा कि किसी को आज तक डीप फ्रीजर में समाधि की स्थिति में रखा गया है। यहां डॉ. स्वामी हरिदास आनंद भी हैं, जो खुद को इंग्लैंड का निवासी बताते हैं। उनका कहना है कि वे एक साल पहले आशुतोष महाराज की शिष्या आशुतोषांबरी के दर्शन के लिए लखनऊ आए थे।
सेवा और आश्रम कार्य में जुटे (Divya Jyoti Jagrati Sansthan)
दर्शन के बाद इंग्लैंड गए, उसके बाद फिर आ गए। यहां आकर आशुतोषांबरी की सेवा और आश्रम कार्य में जुट गए। डॉक्टर स्वामी हरिदास आनंद का कहना है कि वे पंजाब के जालंधर के रहने वाले हैं। उनकी दोनों बहनें और माता पिता भी सेवा कार्य में हैं। उन्होंने इंग्लैंड से पीएचडी की है।
28 जनवरी को ली थी समाधि (Divya Jyoti Jagrati Sansthan)
यहां शिष्य ब्रह्मर्षि जमदग्नि ने बताया कि उनकी गुरु मां आशुतोषांबरी ने सभी शिष्यों को बताकर विगत 28 जनवरी को सभी के सामने समाधि ली, ताकि वे गुरु आशुतोष महाराज को समाधि से जगाकर वापस भौतिक शरीर में वापस लाकर उनकी चेतना जागृत करा सकें। आशुतोष महाराज पिछले 10 वर्षों से समाधि में हैं।
वापस भौतिक शरीर में आ सकें (Divya Jyoti Jagrati Sansthan)
शिष्य जमदग्नि ने कहा कि गुरु मां आशुतोषांबरी को ध्यान अवस्था में आशुतोष महाराज का संदेश मिला था, जिसमें वे कह रहे थे कि उनकी शिष्या आशुतोषांबरी उन्हें समाधि में आकर जगाएं, ताकि वे वापस भौतिक शरीर में आ सकें।
हाईकोर्ट में दाखिल की है PIL (Divya Jyoti Jagrati Sansthan)
जब सवाल किया गया कि क्या आशुतोष महाराज खुद भौतिक शरीर में आने में सक्षम नहीं हैं तो जमदग्नि ने कहा कि गुरु को शिष्य ही उठाता है। वहीं डॉ. स्वामी आदि शंकरानंद ने बताया कि उन लोगों ने हाईकोर्ट में पीआईएल दाखिल की है कि जो समाधि में उनकी गुरु मां गईं हैं। उनकी सुरक्षा का इंतजाम किया जाए।
डॉक्टरों की टीम ने जांच की है (Divya Jyoti Jagrati Sansthan)
उन्होंने बताया कि डॉक्टरों की टीम आई थी। उन्होंने जांच की है। गुरु मां आशुतोषांबरी की पल्स और हार्टबीट नहीं चल रही है, लेकिन डॉक्टर और विज्ञान इस बात से हैरान है कि जब उन्होंने ईसीजी किया तो उनको हलचल महसूस हुई। अब हम लोगों ने मस्तिष्क की जांच के लिए प्रशासन से कहा है जो डॉक्टर आए थे, उन्हें हमने नहीं बुलाया, उनको प्रशासन ने भेजा था।
आश्रम के शिष्यों ने किया दावा (Divya Jyoti Jagrati Sansthan)
आश्रम के शिष्यों का दावा है कि उनकी गुरु मां समाधि में चली गई हैं और जल्द ही वे समाधि से आएंगी, ताकि वे आशुतोष महाराज को वापस ला सकें। आश्रम के ऊपर जिस कमरे में आशुतोषांबरी ने समाधि ली है। वहां तक जाने की मनाही है. यहां दर्शन के लिए जाने दिया गया, लेकिन उससे पहले मोबाइल, पेन व बैग सब जमा करा लिया गया और मेटल डिटेक्टर से स्कैनिंग की गई। जब खिड़की से देखा तो कंबल के अंदर लेटी हुई थीं। मुंह ढंका हुआ था। समाधि की सत्यता क्या है।