साहिल अंसारी खबरwala 24 न्यूज, हापुड़: ठंड बढ़ते ही बच्चों की बीमारियां तेजी से पांव पसारने लगी हैं। एक साल से कम आयु वाले बच्चों के लिए निमोनिया का नया वेरिएंट ब्रोंकियोलाइटिस (फेफड़ों में सूजन) अौर कफ कोल्ड फीवर का खतरा बना हुआ है। गढ़ रोड स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के एसएनयूसी वार्ड में 50 प्रतिशत से अधिक बच्चों में इसकी पुष्टि हो रही है। यह बीमारी आरएसवी (रेस्पिरेटरी सिकिटियल वायरस) से फैल रहा है। चिकित्सक अभिभावकों को ठंड से बचाने की सलाह दे रहे हैं।
सुबह-शाम पड़ रही कड़ाके की ठंड छोटे बच्चों की सेहत पर भारी पड़ रही है। सरकारी अस्पताल लेकर निजी अस्पतालों तक में फेफड़ों में सूजन से बीमार बच्चों का तांता लगा है। पिछले एक सप्ताह में सीएचसी में बाल रोग विशेषज्ञ की ओपीडी में पहुंचे 50 प्रतिशत से अधिक बच्चों में कफ कोल्ड फीवर और फेफड़ों में सूजन से गंभीर बीमार थे। ऐसे बच्चों को एसएनयूसी में भर्ती कराकर उनका इलाज किया गया।
सीएचसी के बाल रोग विशेषज्ञ डाक्टर समरेंद्र राय ने बताया कि ठंड जनित बीमारी कफ कोल्ड फीवर और नए वेरिएंट से पीड़ित बीमार बच्चों की संख्या तेजी से बढ़ी है। इनमें अधिकांश बच्चे एक साल से कम उम्र के हैं। बच्चों में यह मामले तेजी से सामने आ रहे हैं। अभिभावक बच्चों की तबीयत खराब होने पर तुरंत चिकित्सक की सलाह लें। इसमें किसी तरह की लापरवाही न बरती जाए।
सावधानी बरतने की आवश्यकता —
बाल रोग विशेषज्ञ डाक्टर समरेंद्र राय ने बताया कि बच्चों को बीमारी से बचाने के लिए साफ-सफाई पर ध्यान दें। बच्चों को ताजा भोजन और शुद्ध पानी दें। छोटे बच्चों को छह माह तक मां का दूध दें। बोतल का प्रयोग न करें। कटोरी, चम्मच से दूध पिलाएं। बच्चों को खाना खिलाते समय साबुन से अच्छी तरह हाथ धोएं। मच्छरदानी का प्रयोग करें।
पिछले सात दिनों में सीएचसी में बाल रोग की ओपीडी
दिन ओपीडी
सोमवार 100
मंगलवार 90
बुधवार 102
बृहस्पतिवार 98
शुक्रवार 97
शनिवार 107
सोमवार 89