Khabarwala 24 News New Delhi : कैंडी से लेकर कलरफुल ड्रिंक्स तक, आजकल आर्टिफिशियल कलर्स हर जगह होते हैं, जो खाने को और भी आकर्षक बनाते हैं लेकिन इन कलर्स से बच्चों की सेहत पर असर पड़ सकता है। ये कलर्स उनके लिए नुकसानदायक हो सकते हैं। माता-पिता को ये समझना जरूरी है कि बच्चों को जो खाना देते हैं, उसमें क्या है और ये कलर्स उनकी हेल्थ को कैसे प्रभावित कर सकते हैं? चलिए, जानते हैं इन कलर्स के बारे में और देखते हैं कि आप बच्चों को क्या बेहतर और सुरक्षित खिला सकते हैं।
फूड कलर्स क्या होते हैं?
फूड कलर्स को फूड डाई भी कहा जाता है, वो केमिल्स होते हैं जिन्हें भोजन में मिलाया जाता है ताकि वह कलरफुल और आकर्षक लगे। कुछ कलर्स नेचुरल सोर्सेज से आते हैं, जबकि कुछ फैक्ट्रीज में बनाए जाते हैं। आर्टिफिशियल फूड कलर्स बच्चों के लिए नुकसानदेह हो सकते हैं। खासकर उन बच्चों के लिए जिनकी सेहत कमजोर है या जो पहले से बीमारी हों। इन कलर्स को ज्यादा खाने से हेल्थ खराब हो सकती है।
फूड कलर्स के प्रकार
नेचुरल फूड कलर्स : ये कलर्स पौधों या अन्य नेचुरल सोर्सेज से बनते हैं जैसे लाल-चुकंदर, पीला-हल्दी, हरा-क्लोरोफिल (पौधों से). नेचुरल कलर्स आमतौर पर सुरक्षित होते हैं, लेकिन कुछ लोगों को इनसे भी एलर्जी हो सकती है।
सिंथेटिक फूड कलर्स : ये आर्टिफिशियल कलर्स होते हैं जो फैक्ट्री में बनाए जाते हैं। इन्हें अक्सर कैंडी, ड्रिंक्स, स्नैक्स और दूसरे फूड्स में मिलाया जाता है ताकि वे कलरफुल और आकर्षक दिखें।
बच्चों की हेल्थ प्रभावित
एलर्जी : कुछ बच्चों को खास फूड कलर्स से एलर्जी हो सकती है। इससे उनकी स्किन पर दाने, पेट में परेशानी या मूड में बदलाव हो सकते हैं। माता-पिता को इन लक्षणों पर ध्यान देना चाहिए और अगर कुछ अजीब लगे तो डॉक्टर से मिलना चाहिए।
हाइपरएक्टिविटी : कुछ रिसर्च से यह पता चला है कि आर्टिफिशियल फूड कलर्स बच्चों को हाइपरएक्टिव बना सकते हैं। हालांकि यह पूरी तरह से साबित नहीं हुआ है, लेकिन बच्चों को इन कलर्स वाले फूड्स का ज्यादा सेवन नहीं करना चाहिए।
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।