Khabarwala 24 News New Delhi: Tehran Review बॉलीवुड का ओटीटी अवतार अब पुराने ‘नाच-गाना-प्यार’ के फॉर्मूले से हटकर कुछ नया परोस रहा है। ज़ी5 पर स्ट्रीम हो रही फिल्म ‘तेहरान’ इसका ताजा उदाहरण है। मैडॉक फिल्म्स और बेक माय केक फिल्म्स द्वारा निर्मित इस फिल्म में जॉन अब्राहम एक नए अंदाज में नजर आते हैं। यह फिल्म न सिर्फ एक्शन से भरपूर है, बल्कि यह आपके दिमाग को भी झकझोरती है। आइए, जानते हैं कि ‘तेहरान’ में ऐसा क्या खास है जो इसे देखने लायक बनाता है।
कहानी: सच्ची घटनाओं से प्रेरित (Tehran Review)
‘तेहरान’ की कहानी 2012 में नई दिल्ली में हुए एक वास्तविक बम हमले से प्रेरित है, जिसमें इजरायली डिप्लोमैट्स को निशाना बनाया गया था। इस हमले में एक गाड़ी में धमाका हुआ, जिसमें एक स्टाफ मेंबर, एक लोकल कर्मचारी और दो राहगीर घायल हुए। उसी दौरान जॉर्जिया की राजधानी तिब्लिसी में भी ऐसा ही एक असफल हमला हुआ था।
फिल्म इस घटना को आधार बनाकर भारत को ईरान और इजरायल की गुप्त जंग का मोहरा बनने की कहानी बुनती है। भारत इस जंग में एक ‘दुखी दर्शक’ (anguished bystander) बनकर रह जाता है। लेकिन कहानी यहीं नहीं रुकती। इसमें एंट्री होती है ACP राजीव कुमार (जॉन अब्राहम) की, जो एक जुनूनी और ‘पागल’ अफसर है। उसका यह पागलपन सही और गलत की रेखा को धुंधला करता है। राजीव की इस जंग में क्या भूमिका है और वह कैसे हालात को संभालता है, यही फिल्म का मुख्य आकर्षण है। पूरी कहानी जानने के लिए आपको ज़ी5 पर ‘तेहरान’ देखनी होगी।
क्या है खास? (Tehran Review)
- तेज रफ्तार थ्रिलर: ‘तेहरान’ एक ऐसी फिल्म है जो आपको अपनी सीट से बांधे रखती है। इसकी कहानी इतनी तेजी से आगे बढ़ती है कि सांस लेने का मौका भी मुश्किल हो जाता है, फिर भी यह अपनी पकड़ कभी नहीं छोड़ती।
- जटिल मुद्दों को आसान प्रस्तुति: फिल्म जटिल भू-राजनीतिक मुद्दों को इतने सरल तरीके से पेश करती है कि दर्शकों को समझने में कोई दिक्कत नहीं होती।
- एक्शन के साथ इमोशन: यह सिर्फ गोलियों और स्टंट्स की कहानी नहीं है। यह सीमाओं, हिंसा और इंसानियत के बीच की बहस को उठाती है, जो दर्शकों के दिल और दिमाग दोनों को छूती है।
- निर्देशन का कमाल: निर्देशक अरुण गोपालन ने हर सीन को बखूबी संभाला है। एक सीन में तेज एक्शन के बीच सुकून भरी धुन का इस्तेमाल उनका क्रिएटिव जोखिम है, जो शानदार तरीके से काम करता है।
एक्टिंग: जॉन अब्राहम का नया अवतार (Tehran Review)
जॉन अब्राहम इस फिल्म में सिर्फ एक्शन हीरो नहीं, बल्कि एक टूटा हुआ इंसान हैं, जिसके गुस्से और दर्द को उनकी आंखें और अभिनय बखूबी दर्शाते हैं। उनका किरदार राजीव कुमार एक जुनूनी पुलिस अफसर है, जो मिशन को पूरा करने की जिद में डूबा है। नीरू बाजवा और बाकी सह-कलाकारों ने भी अपने किरदारों को बखूबी निभाया है, जिससे कहानी में कोई कमजोर कड़ी नहीं दिखती।

देखें या न देखें? (Tehran Review)
- देखें, अगर: आप फास्ट-पेस्ड थ्रिलर पसंद करते हैं, जो सच्ची घटनाओं से प्रेरित हों और आपको सोचने पर मजबूर करें। यह फिल्म उन लोगों के लिए है जो एक्शन के साथ दिमागी कसरत भी चाहते हैं।
- न देखें, अगर: आप हल्की-फुल्की कॉमेडी या रोमांटिक फिल्म के मूड में हैं। यह फिल्म इंटेंस और गंभीर है, जो हर किसी के लिए नहीं है।
निष्कर्ष (Tehran Review)
‘तेहरान’ एक ऐसी फिल्म है जो सिर्फ मनोरंजन नहीं करती, बल्कि आपको सोचने पर मजबूर करती है। यह एक्शन, इमोशन और भू-राजनीतिक ड्रामे का एक शानदार कॉकटेल है। अगर आप ऐसी फिल्म की तलाश में हैं जो आपको झकझोर दे और लंबे समय तक याद रहे, तो ‘तेहरान’ आपके लिए परफेक्ट है। इसे ज़ी5 पर स्ट्रीम करें और इस थ्रिलर का मजा लें।
फिल्म की जानकारी
- नाम: तेहरान
- निर्देशक: अरुण गोपालन
- प्रोड्यूसर: मैडॉक फिल्म्स, बेक माय केक फिल्म्स
- प्लेटफार्म: ज़ी5
- कलाकार: जॉन अब्राहम, नीरू बाजवा
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तेहरान

Director: अरुण गोपालन
Date Created: 2025-08-14 10:36
4
Pros
- अगर: आप फास्ट-पेस्ड थ्रिलर पसंद करते हैं, जो सच्ची घटनाओं से प्रेरित हों और आपको सोचने पर मजबूर करें। यह फिल्म उन लोगों के लिए है जो एक्शन के साथ दिमागी कसरत भी चाहते हैं।
Cons
- अगर: आप हल्की-फुल्की कॉमेडी या रोमांटिक फिल्म के मूड में हैं। यह फिल्म इंटेंस और गंभीर है, जो हर किसी के लिए नहीं है।