UP News यूपी के बुलंदशहर में बेहोश पड़े बंदर को पुलिसकर्मी ने CPR देकर बचाई जान

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Khabarwala 24 News Bulandshahr: UP News यूपी के जनपद बुलंदशहर के थाना छतारी में बंदरों की भरमार है। यहां अकसर बंदर पुलिसकर्मियों और आने वालों को परेशान करते रहते हैं, लेकिन बीते दिनों भीषण गर्मी में लू लग जाने की वजह से एक बंदर बेहोश हो गया। थाने के पुलिसकर्मी विकास तोमर की नजर उस मृत समान दिखाई देने वाले बंदर पर गई तो सिपाही ने उसे बचाने के लिए जी तोड़ मेहनत की और सीपीआर देखकर उसकी जान बचाने में कामयाब हो गया।

जान पर खेला पुलिसकर्मी (UP News)

बंदर को बचाने के लिए पुलिसकर्मी अपनी जान पर भी खेल गया क्योंकि जहां बंदर बेहोश पड़ा हुआ था, वहां आसपास दर्जनों बंदर मौजूद थे, जोकि अपने साथी की हालत देखकर चीख-चिल्ला रहे थे। बंदर हमला कर सकते हैं, इसकी परवाह किए बिना ही सिपाही ने बेहोशी की हालत में पड़े बंदर की जान बचाई।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो (UP News)

पुलिसकर्मी ने देखा कि बंदर की सांस चल रही है तो उसके हार्ट की पंपिंग की और कमर-सिर पर थपथपाकर घंटों उसका वेटनरी डॉक्टर की तरह पानी पिलाकर इलाज किया तो छोटे बंदर में भी जान पड़ गई। थाने में मौजूद अन्य पुलिसकर्मी बंदर के इलाज को देखने के लिए आ गए। सिपाही के ही किसी साथी ने बंदर को सीपीआर देने का वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। इस घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, जिसकी आसपास के इलाकों में चर्चा हो रही है।

डेढ़ दो घंटे तक बंदर को बचाने में लगा रहा विकास (UP News)

बंदर को सीपीआर देने वाले सिपाही विकास तोमर का कहना है कि बेहोशी की हालत में पड़े साथी को देखकर आसपास कई बंदर इकट्ठे हो गए थे। थाने के लोग इस बंदर के पास जाने में डर रहे थे, तब मैंने सभी लोगों को दूर हटाया और प्यार की भावना से जब बंदर की ओर बढ़ा तो सभी बंदर शांत हो गए। मैंने करीब डेढ़-दो घंटे तक बंदर के साथ मेहनत की।

बंदर की बच सकी जान (UP News)

सिपाही के अनुसार, लोगों ने बताया था कि शायद बिजली का करंट लगा है, इसलिए यह बेहोश हुआ है तो मैंने इसको पानी नहीं पिलाया, लेकिन जब बाद में इसने हल्की सी झपकी तो इसको पानी पिलाया और धीरे-धीरे सांस आने लगी। फिर मुझे लगा कि इसको लू लगी है या गर्मी की वजह से ये बेहोश हुआ है। बाद में इसमें जब जान आ गई तो डॉक्टर को बुलाकर टीका लगवा दिया और अन्य बंदरों के साथ छोड़ दिया गया। मुझे अच्छा लगा कि मेरे छोटे प्रयास से एक बंदर की जान बच सकी।

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