Kanpur Crime Khabarwala24News Kanpur: लोगों की सुरक्षा की कसम खाने वाले कोतवाल साहब लूटपाट करने लगे। पैसे की भूख इतनी बढ़ गई था कि अपने पूर्व परिचित अपराधियों के साथ मिलकर बांदा के व्यापारी से 50 किलोग्राम चांदी लूट ली। चांदी कब कैसे जाएगी, इसकी मुखबिरी उस कर्मचारी ने की जिसे व्यापारी ने कुछ ही दिनों पहले ही अपने यहां से निकाल दिया था। बुंदेलखंड एक्सप्रेस पर हुई इस संगीन वारदात के बाद औरैया एसपी समेत अनेक पुलिस अधिकारियों की नींद उड़ गई थी। उन्होंने पुलिस टीम लगा कर छानबीन की तो पता चला कि इस लूट गिरोह का सरगना कोई और नहीं बल्कि पड़ोसी जनपद कानपुर देहात का भोगनीपुर कोतवाल निकाला। जिसकी जानकारी होते ही पुलिस अधिकारियों के होश उड़ गए। उन्होंने निर्णय लिया कि एेसा सबक सिखाया जाएगा, ताकि भविष्य में कोई खाकी को बदनाम न कर सकें।
दो एसपी ने कोतवाल के घर मारा छापा, बरामद की चांदी
औरैया पुलिस के उच्च अधिकारियों ने कोतवाल के इस कृत्य के बाबत लखनऊ तक उच्चाधिकारियों को अवगत कराया। वहां से निर्देश मिले कि चांदी बरामद की जाए। फिर क्या था औरैया एसपी गुरुवार ने टीम को खुद लीड किया। रात में सादे कपड़ों में प्राइवेट गाड़ी से भोगनीपुर पहुंची। वहीं जिले के एसपी बीबीजीटीएस मूर्ति बाइक से पहुंचे। दोनों एसपी ने संयुक्त रूप से कोतवाल के आवास में छापामारी की तो लूटी गई चांदी मिल गई। कोतवाल से पूछताछ हुई तो उन्होंने घटनाक्रम अधिकारियों को बताया। पूरी बात सुनकर अधिकारी भी चौंक गए। जो सरकारी अत्याधुनिक असलहे पुलिस को जनता की सुरक्षा के लिए दिए गए थे उन्हें भोगनीपुर कोतवाल ने लूट में इस्तेमाल किया। तत्काल टोपी और बेल्ट जमा कराए गए। कोतवाल से लुटेरा बने अजय पाल कठेरिया और घटना में शामिल रहे उनके अधीनस्थ दरोगा चिंतन कौशिक को गिरफ्तार कर लिया गया। जबकि हेड कांस्टेबिल रामशंकर फरार हो गया। वह कानपुर से रोज औरैया आता था । लेकिन उसे दबिश की जानकारी मिलने पर वह ड्यूटी पर नहीं गया।
लूट की पूरी स्क्रिप्ट कोतवाल न ही लिखी
पुलिस ने बताया कि इस लूट गिरोह का सरगाना भोगनीपुर कोतवाल अजय पाल कठेरिया है। उसने की पूरी स्क्रिप्ट लिखी और साथियों के साथ मिलकर अंजाम दिया। बांदा के ज्वैलर्स मनीष सोनी के यहां वहीं का रहने वाला संजय चिकवा काम करता था। उसे मनीष की संदिग्ध गतिविधियों के बाबत जानकारी हो गई। करीब आठ माह पहले मनीष ने उसे नौकरी से निकाल दिया। इसके बाद संजय ने अपने दोस्त मुठनी बिवार हमीरपुर जिले के रफत से संपर्क किया और बताया कि मनीष का सोना चांदी कब कैसे जाता है उसे योजना बनाकर लूट लिया जाए। रफत ने ये जानकारी अपने मौदहा हमीरपुर के ही दोस्त जमालुद्दीन को दी। जमालुद्दीन ने कहा कि भोगनीपुर में उसके खास परिचित इंस्पेक्टर अजय पाल कठेरिया कोतवाल हैं। उनसे बात करके योजना तैयार की जाएगी। फिर जमालुद्दीन ने कोतवाल से सलाह की कोतवाल ने दरोगा चिंतन कौशिक के साथ मिलकर योजना बनाई और व्यापारी से लूट की।
कौन कौन हुए गिरफ्तार
50 किलो चांदी लूट के मामले में अजय पाल कठेरिया कोतवाल भोगनीपुर मूल निवासी पटियाली जिला कासगंज। यहीं तैनात दरोग चिंतन कौशिक निवासी सदर कोतवाली के पीछे जनपद बुलंदशहर। इनके साथी हमीरपुर जिले के कमहरिया मौदहा निवासी जमालुद्दीन, मुठनी बिवार के रफत खान। यहीं के राकेश और खाईधर कोतवाली सदर बांदा के संजय चिकवा।
दो महीने बाद बनने वाले थे सीओ, अब पहुंचे जेल, होंगे बर्खास्त
भोगनीपुर में करीब एक साल से तैनात कोतवाल अजय पाल कठेरिया वरिष्ठ इंस्पेक्टर हैं। वह दो माह बाद सीओ बनने वाले थे। लेकिन सीओ बनने वाले इंस्पेक्टर जेल चले गए। पुलिस अधिकारियों ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। कोतवाल समेत इस लूट में शामिल अन्य पुलिस कर्मियों को बर्खास्त करने की कार्रवाई की जाएगी।
माल ठिकाने लगाने की थी योजना
कोतवाल ने अपने साथियों से कहा कि पता चला है कि इस मामले में औरैया में रिपोर्ट दर्ज हो गई है। इसलिए अभी बंटवारा नहीं किया जाएगा। फिर कोतवाल ने दरोगा चिंतन कौशिक से माल कहीं और छिपाने के लिए कहा। इसी बीच सरकारी आवास पर दबिश हो गई और माल पकड़ गया साथ ही घटना में प्रयुक्त स्कार्पियों भी बरामद कर ली गई है।
स्कार्पियों चालक को हिरासत में रखा
50 किलो चांदी लूट की वारदात में इस्तेमाल की गई स्कार्पियो को किराए पर करके लाया गया था। उसके चालक को भोगनीपुर कोतवाली में हिरासत में बैठा दिया गया। इसके बाद कोतवाल और दरोगा चिंतन कौशिक अपने साथियों के साथ घटना को अंजाम देने निकल गए। स्कार्पियो चालक को इसलिए साथ नहीं ले गए ताकि उसे जानकारी न हो सके कि उसकी गाड़ी का इस्तेमाल कहां किया जा रहा है।