Khabarwala 24 News New Delhi: Weather देश के कई राज्यों में भारी बारिश होने से बाढ़ के हालात बने हुए हैं, जिसकी वजह से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। देश की कई नदियां उफान पर हैं, जिससे यातायात भी प्रभावित हुआ है। मौसम विभाग ने 19 जुलाई को केरल, ओडिशा, महाराष्ट, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, गोवा, छत्तीसगढ़ और गुजरात के कुछ हिस्सों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
कैसा रहेगा दिल्ली का मौसम (Weather)
दिल्ली में बारिश के साथ उमस भरी गर्मी का दौर जारी है। मौसम विभाग की मानें तो दिल्ली में 20 से 22 जुलाई के बीच तेज बारिश होने की संभावना है। IMD के मुताबिक, इस पूरे हफ्ते दिल्ली का अधिकतम तापमान 35 से 37 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है और न्यूनतम तापमान 27 से 29 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है।
कैसा रहेगा यूपी का मौसम (Weather)
उत्तर प्रदेश में कुछ दिनों से धीमी पड़ी मॉनसून की रफ्तार फिर से रफ्तार पकड़ने वाली है। मौसम विभाग के अनुसार आज यूपी के कई इलाकों में झमाझम बारिश हो सकती है। उधर, बारिश की वजह गर्मी और उमस अपने तेवर दिखा रहे हैं। मौसम विभाग के अनुसार 19 जुलाई यानी शुक्रवार को पश्चिमी यूपी में गरज चमक के बारिश होने की संभावना है। जबकि पूर्वी यूपी में कहीं कहीं पर बारिश और गरज चमक के साथ बौछारें पड़ सकती है।
इस दौरान दोनों ही हिस्सों में कहीं कहीं पर बादल गरजने के साथ साथ बिजली गिरने की भी संभावना है। राजधानी लखनऊ में दिन में आसमान में बादल तो रहे, लेकिन बारिश का इंतजार कर रहे लोगों को मायूसी हुई। तीखी धूप और कभी बादलों के बीच दिन भर लोग उमस और गर्मी से परेशान रहे। लखनऊ समेत पूरे उत्तर प्रदेश में 20 से 25 जुलाई के बीच अच्छी बारिश होने के आसार हैं।
इन जनपदों में बिजली गिरने की संभावना (Weather)
उन्होंने बताया कि कौशांबी, प्रयागराज, फतेहपुर, देवरिया, गोरखपुर, संतकबीरनगर, बस्ती, कुशीनगर, महराजगंज और सिद्धार्थनगर में बादल गरजने और बिजली गिरने के आसार है। इसके साथ ही गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, कानपुर देहात, कानपुर नगर, अयोध्या, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत और मेरठ में भी बादल गरजने के साथ ही बिजली गिरने की संभावना है।
इसके साथ ही गाजियाबाद, हापुड, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, कासगंज, एटा, आगरा, फिरोजाबाद, इटावा और औरैया में बादल गरजने और बिजली गिरने के आसार है। वहीं 20 जुलाई को पश्चिमी और पूर्वी यूपी में कुछ स्थानों पर गरज चमक के साथ बारिश होने की संभावना है। जबकि बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, संभल, बदायूं, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर और आसपास के इलाकों में बादल गरजने और बिजली गिरने की संभावना है।
भारी बारिश का अलर्ट (Weather)
लखनऊ में अगले 3 दिन होगी झमाझम बारिश होगी. मौसम विभाग ने वज्रपात की भी चेतावनी जारी की है। गरज-चमक के साथ भारी वर्षा और वज्रपात का अलर्ट भी जारी किया गया है। पूर्वांचल के एक दर्जन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग के मुताबिक लखनऊ में अगले 3 दिन तक रुक-रुककर बारिश होगी। बांदा, चित्रकूट, कौशांबी, प्रयागराज, सोनभद्र , मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, भदोही, देवरिया, गोरखपुर, कुशीनगर, महाराजगंज, गोंडा ,बलरामपुर, श्रावस्ती, लखनऊ, बाराबंकी, हमीरपुर, गाजीपुर, आजमगढ़ में वज्रपात की भी चेतावनी, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर में अलर्ट जारी किया गया है।
कैसा रहेगा देश के मौसम का हाल (Weather)
मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक, आज कोंकण और गोवा, गुजरात, तटीय कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और केरल में मध्यम से भारी बारिश संभव है। वहीं विदर्भ, मराठवाड़ा, दक्षिणी छत्तीसगढ़, दक्षिणी मध्य प्रदेश और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।
इसके अलावा सिक्किम, पूर्वोत्तर भारत, आंतरिक कर्नाटक, लक्षद्वीप, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश के तराई वाले इलाकों, बिहार और राजस्थान के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. झारखंड, ओडिशा, लद्दाख, जम्मू कश्मीर, पश्चिम बंगाल, रायलसीमा, तमिलनाडु, पंजाब और हरियाणा में हल्की बारिश संभव है।
कैसी रहेगी देश की मौसमी गतिविधियां (Weather)
मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक, समुद्र तल के पास मॉनसून की लाइन जैसलमेर, कोटा, गुना, सागर, पेंड्रा रोड, पुरी से होकर दक्षिण-पूर्व की ओर बंगाल की खाड़ी के मध्य तक जा रहा है। वहीं मध्य क्षोभमंडलीय पश्चिमी हवाओं में एक गर्त के रूप में पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है, जिसकी धुरी समुद्र तल से 5.8 किलोमीटर ऊपर है और अक्षांश 32 डिग्री उत्तर के उत्तर में लगभग 74 डिग्री पूर्व देशांतर पर बनी हुई है।
इसके अलावा दक्षिण गुजरात तट से उत्तरी केरल तट तक एक गर्त बना हुआ है। उत्तर-पूर्व असम और उसके आसपास के क्षेत्रों पर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। सौराष्ट्र और कच्छ पर समुद्र तल से 0.1 किलोमीटर ऊपर चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। वहीं 19 जुलाई के आसपास पश्चिम मध्य और उससे सटे उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में एक नया निम्न दबाव क्षेत्र विकसित होने की संभावना है। औसत समुद्र तल से 3.1 और 5.8 किलोमीटर ऊपर 20 डिग्री उत्तर में कतरनी क्षेत्र बना हुआ है।