khabarwala 24 News Hapur: UPPCL अनियमितता के आरोप में ऊर्जा निगम के अफसरों ने बड़ी कार्रवाई की गई है। एमडी मेरठ परिक्षेत्र ने हापुड़ के अधीक्षण अभियंता सहित पांच अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है। वहीं अन्य कई पर कार्रवाई की तलवार लटकी हुई है।
यह सभी विभागीय योजनाओं में मनमानी करने और अपने चहेतों को लाभ पहुंचाने के आरोपी हैं। वहीं निविदाओं के आवंटन में मनमानी की गई। जिससे घपला होने की आशंका है। इनके द्वारा सरकारी योजना आरडीएसएस का सामान निजी कालोनियों में लगाने का आरोपी है। आरोपियों को सस्पेंड करने के साथ ही मामले की विस्तृत जांच आरंभ कर दी गई है।
क्या है पूरा मामला (UPPCL )
जिले में पावर कारपोरेशन में बड़े स्तर पर घपले की शिकायतें आ रही थीं। इन मामलों की जांच के लिए एमडी ईशा दुहन ने निदेशक तकनीक के नेतृत्व में दो सदस्यीय जांच टीम का गठन किया गया था। जांच टीम ने पिछले महीने जिले में पहुंची थी और जांच कर लौट गई थी। वहीं टेंडर आवंटन में घपले की शिकायतों के चलते फाइलों को सील करके अपने साथ ले गई थी।
टीम ने किया था भौतिक सत्यापन (UPPCL)
टीम ने जिले में कई स्थानों का भौतिक सत्यापन किया था। जिसमें घपला सामने आया था। उसके आधार पर पावर कारपोरेशन की मेरठ परिमंडल की एमडी ईशा दूहन ने जिले के पांच अधिकारियाें को सस्पेंड कर दिया है। इनमें एसई हापुड़ अवनीश जैन, एसडीओ देवेंद्र यादव, जेई आनंद मौर्य, लेखाकार राजीव कुमार और सीए संजीव आनंद पर कार्रवाई की गई है। वरिष्ठ कार्यालय सहायक यतेंद्र कुमार का स्थानांतरण का सहारनपुर कर दिया गया है।
क्या मिला घपला (UPPCL )
– शहर के विजयनगर में खेती की विद्युत लाइन से आठ परिवारों को घरेलू कनेक्शन दिए गए। वहीं आरडीएसएस में नलकूप की लाइन के तार सरकारी खर्च पर एबीसी में परिवर्तित कर दिए गए।
– बाबूगढ़ छावनी की निजी कालोनी चक्रसेन में आरडीएसएस योजना के तहत सरकारी पोल लगा दिए गए। जांच टीम के आने की सूचना पर उनको उखड़वाकर गुमराह करने का प्रयास किया गया।
– जेई ईश्वर प्रसाद को एक ही पावर स्टेशन पर कई साल से बार-बार तैनात करने का आरोप ।
– जेई आनंद मौर्य सात साल से एक ही क्षेत्र में तैनात रखे गए, जबकि उनपर कई गंभीर आरोप लगे।
– लेखाकार राजीव कुमार, वरिष्ठ कार्यालय सहायक यतेंद्र शर्मा और सीए संजीव आनंद पर निविदाओं में अनियमितता करने के आरोप है।
ऊर्जा निगम में मची अफरा तफरी (UPPCL)
ऊर्जा निगम द्वारा अधीक्षण अभियंता समेत पांच अफसरों को निलंबित करने की जानकारी मिलने पर ऊर्जा निगम के अफसरों और कर्मचारियों में अफरा तफरी मच गई। निगम के कार्यालय में अफसरों पर हुई कार्रवाई को लेकर चर्चा होती रही।