Earthquake Khabarwala 24 News Hapur: दिल्ली-एनसीआर में लगातार भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे हैं। एक सप्ताह में ही दो बार भूकंप आ चुका है। भूकंप की तीव्रता भी काफी ज्यादा है। भूकंप सहित किसी भी आपदा को रोका नहीं जा सकता है। जागरूकता से आपदा के दौरान और उसके बाद होने वाले नुकसान को कम जरूर किया जा सकता है। इसके लिए लोगों को आपदा के संबंध में जरूरी जानकारी का होना आवश्यक है।
शासन ने प्रत्येक जिले में आपदा प्रबंधन की विशेषज्ञ कमेटी बनाने का निर्णय लिया है। इसका आरंभ बुधवार को हापुड़ से किया जाएगा।मंडल के प्रत्येक जिले के अधिकारी हापुड़ कलक्ट्रेट में आयोजित कार्यशाला में भाग लेंगे। उसके बाद वह विशेषज्ञ कमेटियों के मास्टर ट्रेनर को प्रशिक्षित करेंगे। इससे आपदा में होने वाले नुकसान को कम किया जा सकेगा। जिला प्रशासन ने कार्यशाला की तैयारियां आरंभ कर दी हैं।
जानकारी व जागरूकता है महत्वपूर्ण (Earthquake)
विशेषज्ञों के अनुसार आपदा के दौरान जहां नुकसान एक साथ शुरू हो जाता है, वहीं आपदा से बचाव के संसाधनों तक पहुंचने में विलंब होता है। संसाधनों के पहुंचने तक नुकसान लगातार होता रहता है। आपदाओं को टाला नहीं जा सकता है, लेकिन जागरूकता से उनसे होने वाले नुकसान को कम किया जाना संभव है। एेसे में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है कि आपदा केबाद स्थानीय लोगों द्वारा उठाए जाने वाले कदम। ज्यादातर लोगों को जानकारी नहीं है कि आपदा के तत्काल बाद क्या करना चाहिए।
नए संसाधन व शोध होंगे उपलब्ध (Earthquake)
भूकंप बाढ़ वज्रपात और ओलावृष्टि जैसे मामलों में विशेषज्ञों का शोध काफी आगे बढ़ गया है। नए नए संसाधन भी उपलब्ध हैं। आपदा पूर्व सावधानियों को अपनाया जाना जरूरी है। कार्यशाला आठ नवंबर को हापुड़ में होगी। इसका आयोजन मंडलीय आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से किया जा रहा है। इसमें सभी छह जिलों के आपदा प्रबंधन अधिकारियों के साथ ही आपदा के समय लगाए जाने वाले प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहेगां। आयोजन एनआइडीएम दिल्ली की स्वीकृति से किया जा रहा है। संस्थान के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर एक्सपर्ट व प्रोफेसर मौजूद रहेंगे।