खबरwala 24 न्यूज हापुड़: कोहरे और ठंड ने लोगों की दिनचर्या को प्रभावित कर रखा है। रविवार सुबह की शुरूआत कोहरे के साथ हुई। अधिकतम तापमान 18 और न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस रहा। कोहरे के कारण दृश्यता कम हो गई। जिस कारण् वाहन चालकों को लाइट जलाकर हाईवे से गुजरना पड़ा। मौसम विज्ञानियों का मानना है कि इसी प्रकार आगे भी ठंड रहेगी।
बर्फीली हवा चलने के कारण लोगों का घरों से निकलना भी कम होता जा रहा है। रविवार सुबह घना कोहरे के साथ साथ पाला भी जमकर पड़ा। कोहरा होने के कारण दृश्यता कम हो गई थी। बढ़ती ठंड को देखते हुए लोग सिर पर टोपी लगाने के साथ ही मफलर बांधे नजर आए। मजबूरन घर से निकलने वाले लोग सर्दियों से बचाव के लिए ग्लब्स, जूते, गर्म मौजे और इनरवियर पहनकर निकल रहे हैं। कोहरे का प्रकोप इतना था कि थोड़ी दूर का भी दिखाई नहीं दे रहा था। ऐसे में दिल्ली-लखनऊ हाईवे-09 और मेरठ-बुलंदशहर हाईवे-334 पर वाहन चालकों को लाइट जलाकर गंतव्य तक जाना पड़ा।
कोहरे के कारण गड़बड़ाया ट्रेनों का संचालन
घने कोहरे के चलत रेल यातायात पूरी तरह से प्रभावित हो गया है। रविवार को भी मुरादाबाद से दिल्ली जाने वाली मैमू रदद रही। जबकि कई ट्रेन अपने निर्धारित समय से घंटों की देरी से पहुंची। इससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
स्टेशन के अधिकारियों ने बताया कि कड़ाके की सर्दी के साथ कोहरा भी पड़ रहा है। ऐसे में सबसे ज्यादा लंबी दूरी से संचालित होने वाली ट्रेनें अपने निर्धारित समय से घंटों की देरी से पहुंच रही है। उन्होंने बताया कि रविवार को रानीखेत एक्सप्रेस करीब साढ़े तीन घंटे, सद्भावना एक्सप्रेस चार घंटे तीस मिनट, दिल्ली एक्सप्रेस करीब छह घंटे, काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस करीब छह घंटे आठ मिनट, पदमावत एक्सप्रेस करीब साढ़े पांच घंटे , लखनऊ मेल करीब पांच घंटे, नौचंदी एक्सप्रेस करीब छह घंटे, सत्याग्रह एक्सप्रेस करीब चार घंटे , इंटरसिटी एक्सप्रेस करीब दो घंटे, लोक नायक एक्सप्रेस तीन घंटे , आला हजरत एक्सप्रेस करीब ढाई घंटे, अवध असम एक्सप्रेस करीब ढाई घंटे, संगम एक्सप्रेस करीब साढ़े सात घंटे देरी से पहुंची।