Khabarwala 24 News New Delhi: Saqlain Mushtaq पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर सकलैन मुश्ताक की गिनती दुनिया के बेहतरीन स्पिनरों में होती है। उन्होंने अपनी फिरकी में ना सिर्फ दुनियाभर के नामी क्रिकेटरों को फंसाया, बल्कि वर्ल्ड क्रिकेट को भी परिचित कराया।
Saqlain Mushtaq यही वजह है कि उन्हें का जनक भी माना जाता है। उन्होंने कुछ साल पहले ऐसा खुलासा किया था, जिसने पूरे वर्ल्ड क्रिकेट को चौंका दिया। तब उन्होंने बताया था कि कैसे 1999 में इंग्लैंड में हुए वर्ल्ड कप के दौरान उन्होंने अपनी पत्नी को होटल के कमरे की अलमारी में छुपाया था।
बोर्ड की नहीं मानी बात (Saqlain Mushtaq)
Saqlain Mushtaq सकलैन ने रौनक कपूर के शो बियॉन्ड द फील्ड में यह बात कही थी। उन्होंने बताया कि उस वर्ल्ड कप में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने अचानक खिलाड़ियों से अपने परिवार को टूर्नामेंट के बीच में वापस भेजने के लिए कहा था, लेकिन उन्होंने अपने बोर्ड की बात नहीं मानी। शो के दौरान पत्नी को अलमारी में छुपाने को लेकर एक फैन ने सवाल पूछा था, जिसके जवाब में उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह सच बात है।
When Saqlain Mushtaq had to hide his wife in cupboard during ICC World Cup 1999https://t.co/lDoOIVRgyT pic.twitter.com/pqDPeQuXyZ
— Times Now Sports (@timesnowsports) July 1, 2020
सकलैन मुश्ताक की 1998 में हुई शादी (Saqlain Mushtaq)
Saqlain Mushtaq उन्होंने बताया, वास्तव में मेरी शादी दिसंबर 1998 में हुई थी। मेरी पत्नी लंदन में रहती थी इसलिए 1999 वर्ल्ड कप में मैं अपनी पत्नी के साथ रहा। कड़ी मेहनत करना और दिन में टीम के साथ एक प्रोफेशनल की तरह ट्रेनिंग लेना मेरा रूटीन था। शाम को मैं अपनी पत्नी के साथ समय बिताता था, लेकिन अचानक उन्होंने कहा कि हमारे परिवार को घर वापस भेज दिया जाएगा। इसलिए मैंने हमारे हेड कोच रिचर्ड पाइबस से पूछा कि सब कुछ इतना अच्छा चल रहा है तो फिर अचानक यह बदलाव क्यों।
जब हो गया अजहर और यूसुफ को शक (Saqlain Mushtaq)
Saqlain Mushtaqउन्होंने आगे बताया, पाकिस्तान टीम के मैनेजर और अधिकारी जांच करने आए तो उन्होंने अपनी पत्नी को अलमारी में छुपा दिया था। मैनेजर और कोच आते थे और हमारे कमरों की जांच करते थे। कुछ खिलाड़ी बातचीत के लिए भी आते थे। एक दिन जब मैंने दरवाजे पर दस्तक सुनी तो मैंने अपनी पत्नी से कहा कि वह जाकर अलमारी के अंदर छुप जाए।
Saqlain Mushtaq मैनेजर आया, देखा और चला गया। दूसरा अधिकारी आया और वापस चला गया। फिर अजहर महमूद और यूसुफ नए नियमों के बारे में मुझसे बातचीत करने आए। उन्हें शक हुआ कि मेरी पत्नी कमरे में ही है। उनके जोर देने के बाद मैंने हार मान ली और इसलिए मैंने अपनी पत्नी से आखिकार अलमारी से बाहर आने के लिए कहा।