Ramleela Manchan khabarwala 24 Hapur News:(गौरव शर्मा) श्री रामलीला समिति रजिस्टर्ड द्वारा श्री रामलीला महोत्सव का आयोजन मुख्य अतिथि एसपी अभिषेक वर्मा द्वारा प्रधान रविंद्र गुप्ता, महामंत्री विनोद वर्मा, कोषाध्यक्ष उमेश अग्रवाल की अध्यक्षता में प्रभु श्री सीताराम लक्ष्मण आरती करके विधिवत संपन्न किया गया।
श्री आदर्श रामलीला कृष्णलीला मण्डल (रजि.) वृन्दावन मथुरा के अध्यक्ष पवन देव चतुर्वेदी महाराज ने बताया कि जब रावण माता जानकी का हरण कर लंका ले जाता है। प्रभु श्रीराम रोते भटकते हुऐ जानकी की खोज में दंडक वन को पवित्र कर शबरी के पास जाते है व उसके प्रेम भरे झूठे बेर खाकर उनसे नबधा भक्ति सुनाते है। आगे जानकी की खोज में पंपा सरोबर पर पहुंचते हैं। जहां बाली के डर से उसका छोटा भाई सुग्रीव ॠष्यमुक पर्वत पर हनुमान के रक्षण में निवास करता है। सुग्रीव के कहने पर हनुमान ब्राह्मण भेष बनाकर प्रभु श्रीराम, लक्ष्मण का परिचय पूछते है और प्रभु को पहचान चरणों में गिर जाते है तथा प्रभु श्रीराम, हनुमान का प्रथम मिलन होता है।
हनुमान अपनी पीठ पर बैठाकर प्रभु को सुग्रीव के पास ले जाकर दोनों की अग्नि साक्षी कर मित्रता कराते हैं। सुग्रीव प्रभु के कहने पर बडे भाई वाली को युद्ध को ललकारते हैं। बहुत भंयकर दोनो भाईयों में युद्ध होता है। अंत में प्रभु पेड़ के पीछे से बाली को बाण मारकर पृथ्वी पर गिरा देते हैं। बाली के गिरते ही वह पूछता है राम मुझे धोखे से क्यों मारा, प्रभु उसकी शंका का समाधान कर अपने धाम को भेजते है तथा सुग्रीव को किष्किन्धा का राज्य तथा अंगद को युवराज पद देते हैं। कुछ समय विश्राम कर सुग्रीव समस्त बंदर भालूओं को माता जानकी खोज में चारों दिशाओं में भेजते हैं एवं प्रमुख दल जिसके नायक युवराज अंगद व महाबलशाली रिच्क्षराज जामवंत एवं हनुमान है, वहह दल दक्षिण दिशा में समुद्र तट पर पहुचनें जाता है।
मंचन के दौरान यह लोग रहे मौजूद
मंचन के दौरान रतनलाल ठेकेदार, डीके सर्राफ, अनिल आजाद एडवोकेट, नवीन , सुयश वशिष्ट, नवीन गुप्ता, शुभम गोयल एडवोकेट, हरि प्रकाश जिंदल, अंकुर गर्ग, विवेक सिंघल, प्रदीप सोनी, मुकुट वर्मा, दीपक वर्मा, विमल वर्मा आदि पदाधिकारी उपस्थित रहे।