Khabarwala 24 News New Delhi : Nautapa 2025 Date मई-जून में सूर्य देवता कहर बरपाने वाले हैं। वहीं इस बीच नौतपा भी शुरू हो जाएगा, जब नौ दिनों तक भीषण गर्मी पड़ेगी कि लोगों को न दिन में चैन मिलेगा और न रात में आराम क्योंकि नौतपा के 9 दिनों में गर्मी अपने उच्च स्तर पर होती है और तापमान सामान्य से कई गुणा ऊपर होता है। विज्ञान के साथ ही शास्त्रों में भी नौतपा के बारे में बताया गया है। आइये जानते हैं इस साल 2025 में कब से शुरू हो रहा है नौतपा और शास्त्रों में नौतपा के बारे में क्या कहा गया है…
गीष्मकाल में क्या होता है नौतपा (Nautapa 2025 Date)
गीष्मकाल के दौरान 9 दिन ऐसे होते हैं जब सूर्य और पृथ्वी के बीच की दूरी कम हो जाती है और इस कारण लोगों को सूर्य का ताप अधिक महसूस होने लगता है। इसे ही नौतपा कहा जाता है यानि नौतपा के 9 दिन तेज गर्मी और सूर्य के तेज से लोग तपने लगते हैं।
चंद्रमा के नक्षत्र रोहिणी में प्रवेश (Nautapa 2025 Date)
ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास बताते हैं कि सूर्य कृत्तिका नक्षत्र से निकलकर चंद्रमा के नक्षत्र रोहिणी में प्रवेश करते हैं, तब नौतपा की शुरुआत होती है। सूर्य के गोचर करते ही चंद्रमा की शीतलता कम हो जाती है और सूर्य पृथ्वी के करीब आ जाता है। जिस कारण भीषण गर्मी पड़ने लगती है। इसे ही नौतपा यानि हीटवेव कहा जाता है।
नौतपा 2025 कब शुरू होगा (Nautapa 2025 Date)
इस साल नौतपा की शुरुआत 25 मई से हो रही है और 3 जून तक रहेगा। बता दें कि सूर्य 25 मई को सुबह 03 बजकर 27 मिनट पर रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे 8 जून 2025 तक इसी नक्षत्र में रहेंगे। इसके बाद मृगशिरा नक्षत्र में चले जाएंगे।
अच्छी बारिश का संकेत भी है (Nautapa 2025 Date)
सूर्य 15 दिनों के लिए रोहिणी नक्षत्र में रहते हैं, जिसके शुरुआती 9 दिनों को नौतपा कहा जाता है। हालांकि दूसरी ओर यह भी माना जाता है कि नौतपा के 9 दिन अगर तपते हैं तो यह अच्छी बारिश का संकेत भी होता है।
नौतपा में करें सूर्य की उपासना (Nautapa 2025 Date)
नौतपा में सूर्य देव की उपासना करे। हल्का भोजन करें और अधिक पानी पीएं। नौतपा में मांसाहार, अधिक तला भुना और बैंगन का सेवन न करें। दही, शीतल जल, भोजन आदि का दान नौतपा में करना चाहिए।