Khabarwala 24 News New Delhi : Matsya Jayanti 2024 हिंदू धर्म में मनाए जाने वाले हर त्यौहार का अपना महत्व है। मत्स्य जयंती को बेहद खास माना जाता है जो कि हर साल चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। इस साल यह पर्व 11 अप्रैल दिन गुरुवार को किया जाएगा। यह पर्व श्री हरि विष्णु को समर्पित है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है और व्रत रखा जाता है। पंचांग के अनुसार इसी पावन दिन पर भगवान विष्णु ने मत्स्य अवतार लिया था और जगत का कल्याण किया था। मान्यता है कि मत्स्य जयंती के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से सकल मनोरथ सिद्ध हो जाता है। साथ ही ज्ञान आयु में वृद्धि होती है तो आइए जानते हैं मत्स्य जयंती से जुड़ी जानकारी…
मत्स्य जयंती की तारीख व मुहूर्त | Matsya Jayanti 2024
हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि 10 अप्रैल की संध्याकाल 5 बजकर 33 मिनट से आरंभ हो रही है जो कि अगले दिन यानी 11 अप्रैल को दोपहर 3 बजकर 3 मिनट पर समाप्त हो जाएगी। ऐसे में मत्स्य जयंती का पावन पर्व 11 अप्रैल दिन गुरुवार यानी की कल मनाया जाएगा।
आयुष्मान व रवि योग का निर्माण | Matsya Jayanti 2024
मत्स्य जयंती के दिन आयुष्मान और रवि योग का निर्माण हो रहा है साथ ही गर और वणिज करण के भी शुभ योग बन रहे हैं। आपको बता दें कि आयुष्मान योग का निर्माण सुबह 7 बजकर 20 मिनट से हो रहा है जो कि 12 अप्रैल को सुबह 4 बजकर 30 मिनट तक रहेगा।
सारी परेशानियां हो जाती हैं दूर | Matsya Jayanti 2024
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मत्स्य जयंती के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से जीवन की सारी परेशानियां दूर हो जाती हैं और खुशहाली आती है इस दिन उपवास रखते हुए भगवान की पूजा जरूर करें।