Khabarwala 24 News New Delhi: Matka राजधानी दिल्ली समेत पूरे देश में भीषण गर्मी पड़ रही है। हालांकि बीच-बीच में हल्की बारिश से लोगों को राहत जरूर मिल जाती है। लेकिन उसके बावजूद गर्मी कम नहीं हो रही है। गर्मी में अधिकांश लोग फ्रीज का ठंडा पानी पीना पसंद करते हैं, क्योंकि इससे राहत मिलती है। लेकिन जब फ्रीज नहीं था, तब घरों में मटका था। क्या आप जानते हैं कि आखिर मटका या सुराही में पानी ठंडा कैसे होता है। आज हम आपको इसके पीछे की वजह बताएंगे।
गर्मी (Matka)
गर्मी बढ़ने के साथ ही लोग ठंडा पानी पीना चाहते हैं क्योंकि इससे उन्हें इस भीषण गर्मी में राहत मिलती है। लेकिन आज भी कई लोग ऐसे हैं, जो फ्रिज की जगह मिट्टी के घड़े का पानी पीना पसंद करते हैं। आपको बता दें कि घड़े में रखा पानी ठंडा हो जाता है, वहीं इसके स्वाद में एक मीठापन होता है।
पानी कैसे होता है ठंडा (Matka)
सवाल ये उठता है कि आखिर मिट्टी के मटके में पानी ठंडा कैसे होता है। बता दें कि मिट्टी के घड़े की दीवारों में अनगिनत छोटे-छोटे सूक्ष्म छेद होते हैं। जिनसे पानी रिसता रहता है जिसकी वजह से घड़े की सतह पर हमेशा गीलापन रहता है। इन छेदों से पानी निकलता है, उसका वाष्पोत्सर्जन होता रहता है। वाष्पोत्सर्जन यानी भाप बनकर उड़ने की प्रक्रिया को कूलिंग प्रोसेस कहा जाता है।
मटका का पानी है फायदेमंद ? (Matka)
आपको बता दें कि मटका पानी पीने के कई फायदे होते हैं। कई रिपोर्ट्स में मटके के पानी पीने के अलग अलग फायदे बताए गए हैं। जानकारी के अनुसार इससे आपकी इम्युनिटी मजबूत होती है और किसी भी रोग से लड़ने में आपके शरीर को ताकत मिलती है। वही ये आपके शरीर में टेस्टोस्टरॉन का स्तर बढ़ाता है। ये एसिडिटी जैसी दिक्कत दूर करने के साथ ही आपके गले को भी आराम देता है। मटका पानी शरीर के लिए फायदेमंद है, लेकिन मटका साफ करके इसका पानी बदलते रहना चाहिए।
मटका का पानी फ्रीज से अच्छा (Matka)
कई एक्सपर्ट ने बताया है कि फ्रिज से अच्छा मटका का पानी होता है। ये आपको कई रोगों से बचाता है. गर्मी के समय फ्रिज का पानी पीने से आपको सर्दी जुकाम की शिकायत होती है, लेकिन मटका का पानी पीने से ऐसी दिक्कत नहीं होती है। इसलिए एक्सपर्ट भी मटका पानी पीने की सलाह देते हैं। आपने कई बार महसूस किया होगा कि प्यास लगने पर फ्रीज का पानी पीने से प्यास नहीं बुझती है, लेकिन मटका पानी पीने से प्यास बुझ जाती है।