खबरवाला 24 न्यूज हापुड़: आर्य समाज हापुड़ में महान समाज सुधारक,स्वराज के उदघोषक, आर्य समाज के संस्थापक, युगप्रवर्तक महृषि दयानंद सरस्वती का 199 वा जन्मदिवस्य अत्यंत श्रद्धा पूर्वक मनाया गया।कार्यक्रम का प्रारंभ पवित्र वेद ऋचाओं से यज्ञ के साथ हुआ ।यज्ञ के ब्रह्मा धर्माचार्य धर्मेंद्र शास्त्री रहे।
मेरठ की क्रांतिकारी भूमि से पधारे युवा संगीतज्ञ संदीप आर्य गिल ने ईश्वर भक्ति व ऋषिवर दयानंद के जीवन के प्रेरणाप्रद भजनों के माध्यम से श्रोताओं को भाव विभोर किया।
पानीपत हरियाणा से पधारे वैदिक विद्वान आचार्य डॉ सुश्रुत सामश्रमी जी ने महृषि दयानद सरस्वती की जीवन के अनेकों संस्मरण से अवगत कराते हुए कहा कि जिस समय देश गुलामी की जंजीरों में जकड़ा हुया था उस समय आज से 199 वर्ष पूर्व गुजरात के टंकारा में मूल शंकर का जन्म हुआ,जिन्हें आज हम महृषि दयानंद के नाम से जानते हैं।
नारियों की शिक्षा के लिये गुरुकुलो कि स्थापना की,स्वराज्य के लिए स्वतंत्रता आंदोलन के लिए सतत प्रयत्न किये।आर्य समाज की स्थापना करते हुए कहा कि मैं कोई नए पंथ,मत की स्थापना नही कर रहा हूँ।मै सत्य सनातन वैदिक धर्म के प्रचार प्रसार के लिए कार्य कर रहा हूँ।गौ रक्षा के लिए गौ करुणानिधि लिखी।सत्यार्थ प्रकाश, संस्कार विधि,आदि महान ग्रन्थों की रचना की है।हम भारतवासी महृषि दयानंद के अहसान सदियों तक नही उतार सकते हैं। कार्यक्रम का कुशल संचालन मंत्री संदीप आर्य व उपमंत्री अमित शर्मा ने किया।
यह रहे मौजूद
इस अवसर पर संरक्षक आनन्द प्रकाश आर्य,प्रधान पवन आर्य,महिला प्रधान वीना आर्य,शशि सिंघल,माया आर्य,राजप्रभा आर्य,पुष्पा आर्य, रेखा गोयल,बीना आर्य,अलका अग्रवाल,सुरेंद्र कबाड़ी,संजय शर्मा,राकेश गुप्ता,सुंदर कुमार ,मुकेश शर्मा आदि उपस्थित रहे।