Khabarwala 24 News New Delhi: Mahakumbh 2025 उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में भव्य महाकुंभ चल रहा है। इस महाकुंभ में देश ही विदेशों के लोग भी शामिल हो रहे हैं। महाकुंभ में शामिल कई बाबा सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो चुके हैं। आज हम आपको महाकुंभ में शामिल उन बाबाओं के बारे में बता रहे हैं, जो किसी न किसी वजह से चर्चाओं में हैं। कोई चार किलो सोना पहनता है तो कोई कांटों पर लेटता है। कोई एक हाथ ऊपर कर तपस्या कर रहा है तो कोई अपने सिर पर रुद्राक्ष की मालाओं का ढेर रखा हुआ है।
राजलक्ष्मी नंदा (Mahakumbh 2025)
तमिलनाडु की राजलक्ष्मी नंदा अपने अनोखे अंदाज की वजह से चर्चाओं में हैं। राजलक्ष्मी 2000 किलोमीटर का सफर बुलेट से तय करने के बाद महाकुंभ में पहुंची हैं। वह बुलेट से ही चलती हैं, ऐसे में लोगों ने उनका नाम बुलेट रानी भी रख दिया है। राजलक्ष्मी नंदा ने अधिक से अधिक लोगों से कुंभ में शामिल होने की अपील की और नारा दिया च्चलो कुंभ, नहाओ कुंभ।
कांटों वाले बाबा (Mahakumbh 2025)
प्रयागराज में एक बाबा हैं, जो अकसर कांटों पर लेटे हुए दिखाई देते हैं। बाबा का नाम रमेश कुमार मांझी है, वे अपने अनोखी साधना के चलते चर्चाओं में हैं। वह कांटों पर लेटते हैं, ऐसे में लोगों ने इन्हें कांटे वाले बाबाज् नाम दे दिया। बताया जा रहा है कि वह पिछले 50 सालों से हर साल यह साधना करते हैं और उनका कहना है कि इन कांटों से उनको नुकसान नहीं पहुंचता है।
गोल्डन बाबा (Mahakumbh 2025)
प्रयागराज के महाकुंभ में गोल्डन बाबा की भी खूब चर्चा हो रही है। इनका असली नाम एस.के. नारायण गिरी जी महाराज हैं और ये केरल के निवासी हैं। फिलहाल ये दिल्ली में रहते हैं। बाबा लगभग 4 किलो सोना अपने शीर पर धारण करते हैं जिसमें कंगन, अंगूठियां, घड़ी और सोने की छड़ी शामिल हैं। बाबा का कहना है कि उनका यह स्वरूप केवल बाहरी दिखावा नहीं, बल्कि उनकी साधना और गुरु के प्रति श्रद्धा का प्रतीक है।
एंबेसडर वाले बाबा (Mahakumbh 2025)
इंदौर से आए महाकुंभ में पहुंचे महंत राजगिरी एंबेसडर कार वाले बाबा या टार्जन बाबा के नाम से मशहूर हैं। उनके पर 40 साल पुरानी एंबेसडर कार है, बाबा ने बताया कि उन्हें कार दान में मिली थी। अब ये कार बाबा का घर बन गई है। बाबा का कहना है कि यह कार उनके लिए सिर्फ एक वाहन नहीं, बल्कि एक चलता-फिरता आश्रम है।
कबूतर वाले बाबा (Mahakumbh 2025)
जूना अखाड़े के महंत राजपुरी जी महाराज भी खूब चर्चा में हैं। बाबा के सिर पर एक कबूतर बैठा रहता है। बाबा का कहना है कि कबूतर उनके सिर पर 9 सालों से बैठा हुआ है।