Khabarwala 24 News New Delhi : Internet Become Global Network इंटरनेट के चलते दुनिया हमारी मुट्ठी में आ चुकी है। हम इसके जरिए क्या कुछ नहीं कर सकते हैं, चाहें किसी पैसे भेजने हों या फिर लाखों मील दूर किसी व्यक्ति से बात करना हो या फिर कुछ और, हर काम आपके फोन और इंटरनेट से किया जा सकता है।
ये सब तो ठीक है लेकिन अगर आपसे किसी ने पूछ लिया कि इंटरनेट कहां से आता है तो आपका जवाब क्या होगा? शायद नहीं पता होगा क्योंकि इंटरनेट का इस्तेमाल करते समय ये सोचता कौन है कि ये आ कहां से रहा है। यहां हम आपको बता रहे हैं कि इंटरनेट का मालिक कौन है और ये कहां से आता है। इंटरनेट एक तरह का ग्लोबल नेटवर्क है जो दुनियाभर के सिस्टम या कंप्यूटर को आपस में जोड़कर रखता है। इसे दुनिया का सबसे बड़ा नेटवर्क भी कहा जा सकता है और इसी के जरिए आप किसी दूसरे व्यक्ति के साथ जानकारी और डाटा को शेयर भी कर पाते हैं।
1969 में लाया गया इंटरनेट (Internet Become Global Network)
सबसे पहले इस नेटवर्क को 1969 में लाया गया। तब इसके बारे में कोई नहीं जानता था। इस वर्ष कुछ कंप्यूटर्स को जोड़कर एक नेटवर्क बनाया गया। इस नेटवर्क को अमरीकी सेना के एक डिपार्टमेंट ने डेवलप किया था। इस डिपार्टमेंट ने मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के साथ मिलकर बनाया गया था। इसका नाम एडवांस रिसर्च प्रोजेक्ट एजेंसी नेटवर्क यानी ARPANET था। जब केबल के जरिए इंटरनेट उपलब्ध कराया जा रहा था तब केवल टेलिफोन लाइन्स में ही कनेक्नशन दिया जाता है। लेकिन जब से सैटेलाइट आई हैं तब से फोन्स में भी इंटरनेट की सुविधा दी जाने लगी है।
Father Of The Internet (Internet Become Global Network)
विंट सेर्फ ने 1970 के दशक की शुरुआत में कंप्यूटर नेटवर्किंग की दुनिया में अपना सफर शुरू किया। विंट अपने सहयोगी रॉबर्ट ई. कहन की रिक्वेस्ट पर यूनाइटेड स्टेट्स डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस एडवांस्ड रिसर्च प्रोजेक्ट्स एजेंसी (DARPA) में शामिल हो गए।
उन्होंने एक कम्यूनिकेशन प्रोसेस बनाने के लिए मिशन की शुरुआत की जो कंप्यूटरों को हार्डवेयर कॉन्फिगरेशन की परवाह किए बिना कनेक्ट करती थी। कहन और सेर्फ ने साथ मिलकर जो काम किया उससे TSP/IP (ट्रांसमिशन कंट्रोल प्रोटोकॉल/इंटरनेट प्रोटोकॉल) प्रोटोकॉल डेवलप हुआ। इसी के जरिए इंटरनेट का कम्यूनिकेशन बेस बना. तभी से विंट सेर्फ को फादर ऑफ द इंटरनेट कहा जाने लगा।
कहां से आता है इंटरनेट (Internet Become Global Network)
सर्वर को जब जोड़ा जाता है तो इंटरनेट बनता है। सर्वर वो होता है जहां पर सारी इन्फॉर्मेशन स्टोर की जाती है। इन्हें हमेशा ऑन रखा जाता है, जो वेब होस्टिंग कंपनियां होती हैं वो सर्वर की सुविधा देती हैं। अब आप सोचेंगे कि सर्वर किस चीज से कनेक्ट होते हैं तो बता दें कि सर्वर को फाइबर ऑप्टिक्स केबल से कनेक्ट किया जाता है।
आपको ये जानकर हैरानी होगी कि ये केबल्स बालों से भी ज्यादा पतले होते हैं लेकिन इनकी डाटा स्पीड कमाल की होती है। बता दें कि पहले केबल्स के जरिए नेट उपलब्ध कराया जाता था लेकिन अब सैटेलाइट के जरिए इंटरनेट उपलब्ध कराया जाने लगा है।