Khabarwala 24 News New Delhi : Indian Premier League केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आईपीएल (IPL) में तंबाकू और शराब के सभी प्रकार के विज्ञापनों पर प्रतिबंध लगाने के निर्देश दिए हैं। इसमें प्रत्यक्ष और परोक्ष (सुरोगेट) विज्ञापन दोनों शामिल हैं। स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक (DGHS) अतुल गोयल ने आईपीएल अध्यक्ष अरुण धूमल को एक पत्र लिखकर निर्देश दिया कि क्रिकेट खिलाड़ियों को, जो देश के युवाओं के रोल मॉडल हैं, तंबाकू और शराब के किसी भी प्रकार के विज्ञापन से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। यह प्रतिबंध 22 मार्च से शुरू होने वाले आईपीएल 2025 सीजन के दौरान लागू रहेगा।
विज्ञापनदाताओं के लिए आकर्षण केंद्र (Indian Premier League)
गोयल ने पत्र में लिखा, “आईपीएल को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि तंबाकू और शराब के सभी प्रकार के विज्ञापनों पर पूरी तरह से रोक हो, जिसमें सुरोगेट विज्ञापन भी शामिल हैं। यह टूर्नामेंट विज्ञापनदाताओं के लिए एक बड़ा आकर्षण केंद्र बना रहता है। इसके अलावा, राष्ट्रीय टेलीविजन पर प्रसारण के दौरान भी इन उत्पादों के विज्ञापन नहीं दिखाए जाने चाहिए।”
बीमारी व सामाजिक समस्या का कारण (Indian Premier League)
गोयल ने कहा, “भारत दुनिया में तंबाकू से संबंधित मौतों में दूसरे स्थान पर है। हर साल लगभग 14 लाख लोग तंबाकू के कारण अपनी जान गंवाते हैं। वहीं, शराब भारत में सबसे अधिक इस्तेमाल किए जाने वाले साइकोएक्टिव पदार्थों में से एक है, जो कई बीमारियों और सामाजिक समस्याओं का कारण बनता है। यह प्रतिबंध न केवल स्टेडियम परिसरों में बल्कि आईपीएल मैचों और संबंधित आयोजनों के दौरान भी लागू रहना चाहिए। ”
खेल आयोजनों में बिक्री पर भी रोक (Indian Premier League)
स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देशों में यह भी कहा गया है कि आईपीएल और उससे जुड़े सभी आयोजनों और खेल स्थलों पर तंबाकू और शराब उत्पादों की बिक्री पर भी प्रतिबंध लगाया जाए। इसके अलावा, उन खेल हस्तियों और कमेंटेटर्स को बढ़ावा देने से हतोत्साहित किया जाए, जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से इन उत्पादों से जुड़े विज्ञापनों को समर्थन देते हैं। यह प्रतिबंध 22 मार्च से शुरू होने वाले आईपीएल 2025 सीजन के दौरान लागू रहेगा।
IPL विज्ञापनदाताओं की पहली पसंद (Indian Premier League)
आईपीएल भारत में सबसे ज्यादा देखे जाने वाले खेल आयोजनों में से एक है। जब आईपीएल प्रसारित होता है, तो देशभर के करोड़ों दर्शक इसे टीवी और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर देखते हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, भारत में गैर-संचारी रोग (NCDs) जैसे हृदय रोग, कैंसर, फेफड़ों की गंभीर बीमारियां, मधुमेह और उच्च रक्तचाप तेजी से बढ़ रहे हैं, जो देश में 70% से अधिक वार्षिक मौतों का कारण बनते हैं।
IPL की सामाजिक व नैतिक जिम्मेदारी (Indian Premier League)
स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपने पत्र में यह भी कहा कि आईपीएल की देश का सबसे बड़ा खेल मंच होने के नाते, उसकी सामाजिक और नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि वह सार्वजनिक स्वास्थ्य को बढ़ावा दे और सरकार की स्वास्थ्य संबंधी पहलों का समर्थन करे। इस निर्णय के बाद, आईपीएल टीमों और प्रसारकों को विज्ञापन और प्रायोजन सौदों पर पुनर्विचार करना पड़ सकता है।