Khabarwala 24 News New Delhi : Impact of Tariff on India अमेरिका अगर दूसरे देशों पर ज्यादा टैरिफ लगाएगा तो भारत में सस्ता और ज्यादा माल आने का खतरा बढ़ सकता है। यह चेतावनी रेटिंग एजेंसी केयरएज रेटिंग्स ने दी है। रिपोर्ट के मुताबिक, ऊंचे टैरिफ का असर कुछ सेक्टरों पर बुरा हो सकता है। अमेरिका के इस फैसले का असर हर सेक्टर पर अलग-अलग पड़ेगा। इलेक्ट्रॉनिक सामान, कपड़े, कृषि उत्पाद, केमिकल्स और गाड़ियों के पार्ट्स पर भी ज्यादा असर नहीं होगा, लेकिन रत्न और आभूषण पर इसका नकारात्मक असर हो सकता है।
इन सामानों पर लगा सबसे ज्यादा टैक्स (Impact of Tariff on India)
भारत से अमेरिका को सबसे ज़्यादा जो सामान भेजे जाते हैं, उनमें इलेक्ट्रॉनिक्स, कपड़े (टेक्सटाइल), दवाइयां, रत्न और आभूषण, कृषि उत्पाद, रसायन और गाड़ियों के पार्ट्स शामिल हैं। अभी तक अमेरिका भारत से आने वाले इन सामानों पर औसतन 3.50% का टैरिफ लगाता था, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 26% कर दिया गया है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि व्यापार में बराबरी लाने के लिए अमेरिका भी अब उतना ही टैरिफ लगाएगा, जितना दूसरे देश अमेरिका के सामान पर लगाते हैं। इससे सभी देशों के बीच व्यापार बराबरी के आधार पर हो सकेगा।
डोनाल्ड ट्रंप ने सबको मुश्किल में डाला (Impact of Tariff on India)
केयरएज रेटिंग्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका के टैरिफ बढ़ाने से भारत के कुछ सेक्टरों पर बुरा असर पड़ सकता है। हालांकि अमेरिका ने भारत के मुकाबले दूसरे देशों पर ज़्यादा टैरिफ लगाया है। जैसे-वियतनाम पर 46%, बांग्लादेश पर 37%, चीन पर 34%, ताइवान और इंडोनेशिया पर 32%, और पाकिस्तान पर 29% टैरिफ लगाया गया है। रेटिंग एजेंसी का कहना है कि यह भारत के लिए फायदेमंद हो सकता है क्योंकि इससे भारत के एक्सपोर्ट (निर्यात) को बढ़ावा मिल सकता है। दूसरे देशों का सामान महंगा हो जाएगा, तो अमेरिका भारत से ज़्यादा माल खरीद सकता है।
भारत पर मंडराने लगा डंपिंग का खतरा (Impact of Tariff on India)
अब भारत के सामने एक नई चिंता खड़ी हो गई है। अमेरिका ने कुछ देशों पर टैरिफ (एक तरह का टैक्स) लगाया है। इससे यह खतरा बढ़ गया है कि उन देशों की कंपनियां अब अपने प्रोडक्ट्स भारत में बहुत ही सस्ती कीमत पर बेच सकती है। इतनी सस्ती कि वह उनकी असली लागत से भी कम हो। इसे ही “डंपिंग” कहा जाता है। डंपिंग तब होती है जब कोई देश या कंपनी अपने सामान को किसी दूसरे देश में अपने देश से भी कम दाम में बेचती है। इससे भारत में बनी चीजों को नुकसान हो सकता है क्योंकि बाहर से आई सस्ती चीजें मार्केट में ज्यादा बिकने लगती हैं।
टैरिफ का असर हर सेक्टर पर एक नहीं (Impact of Tariff on India)
एक रिपोर्ट में बताया गया है कि अमेरिका के टैरिफ का असर हर सेक्टर पर एक जैसा नहीं होगा। दवाइयों पर कोई असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि उन्हें फिलहाल छूट मिली हुई है। इलेक्ट्रॉनिक्स, कपड़े, खेती से जुड़े उत्पाद, केमिकल और ऑटो पार्ट्स पर भी ज्यादा असर नहीं होगा लेकिन रत्न और आभूषण (जैसे सोने-चांदी के गहने) के कारोबार को नुकसान हो सकता है। इसका मतलब है कि इस सेक्टर में कुछ दिक्कतें आ सकती हैं। वित्त वर्ष 2023-24 में भारत ने अमेरिका को 77.5 अरब डॉलर का सामान बेचा था, जबकि अमेरिका से 42.2 अरब डॉलर का सामान खरीदा था।
भारत-अमेरिका के बीच कितना कारोबार? (Impact of Tariff on India)
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि व्यापार में बराबरी होनी चाहिए इसलिए उन्होंने फैसला किया है कि अमेरिका अब दूसरे देशों पर उतना ही टैरिफ लगाएगा, जितना वे अमेरिका पर लगाते हैं। सभी देशों से आने वाले सामान पर 10% से 50% तक का अतिरिक्त शुल्क लगेगा। 10% का बेसलाइन शुल्क 5 अप्रैल 2025 से लागू होगा। बाकी अतिरिक्त शुल्क 9 अप्रैल 2025 से लगेंगे। भारत पर 26% का अतिरिक्त शुल्क लगेगा। केयरएज रेटिंग्स ने चेतावनी दी है कि इस वजह से भारत में डंपिंग की समस्या बढ़ सकती है, जिससे भारतीय उद्योगों को नुकसान होगा इसलिए भारत को अभी से इसकी तैयारी करनी चाहिए।