Khabarwala 24 News Hapur: Hapur आर्य कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में संस्कृत विभाग एवं शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास, मेरठ प्रांत के संयुक्त तत्वावधान में संस्कृत सप्ताह का आयोजन किया गया। संस्कृत भाषा में भारतीय ज्ञान परंपरा की अद्वितीय ही नहीं अपितु अद्भुत विरासत संरक्षित है, जो आज भी वैश्विक स्तर पर प्रासंगिक है।
कार्यक्रम का किया शुभारंभ (Hapur)
कार्यक्रम का शुभारंभ आमंत्रित मुख्य अतिथि डॉ. सुधा राणा (सेवानिवृत्त पूर्व विभागाध्यक्षा विवेकानंद स्कूल, दिल्ली, योग प्रशिक्षिका एवं समाज सेविका) विशिष्ट अतिथि श्री हरेंद्र सिंह (संरक्षक शिक्षा- संस्कृति उत्थान न्यास, मेरठ मंडल) महाविद्यालय की प्राचार्या प्रोफेसर साधना तोमर एवं विभागाध्यक्ष प्रो. संगीता अग्रवाल द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित एवं पुष्प अर्पित कर किया गया।
छात्राओं ने किए सुमधुर गीत किए प्रस्तुत (Hapur)
विभाग की छात्राएं रुचि, शिवानी, तान्या, तनु, प्रीति, भावना, उपासना ने संस्कृत भाषा में सुमधुर गीत -गायन प्रस्तुत किया। बबली, स्वाति, जया, सोनी ने समूह नृत्य प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया।
प्रतियोगिता का हुआ आयोजन (Hapur)
विशिष्ट अतिथि श्री हरेंद्र सिंह जी ने अपने संबोधन भाषण में संस्कृत भाषा की महत्ता को रेखांकित किया तथा उसकी प्राचीनता पर प्रकाश डाला। मुख्य अतिथि डॉक्टर सुधा राणा जी ने योग एवं भारतीय ज्ञान परंपरा के अन्योन्याश्रित संबंध पर प्रकाश डाला। साप्ताहिक कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया गया। ‘श्रुतलेख’ प्रतियोगिता के अंतर्गत निर्णायिका प्रो.सरोजिनी ने अपना निर्णय देते हुए एकता को प्रथम, तनु को द्वितीय, रुचि को तृतीय विजेता घोषित किया। 16 अगस्त को आयोजित हुई पोस्टर प्रतियोगिता के अंतर्गत निर्णायक मंडल की सदस्या प्रोफेसर करुणा गुप्ता एवं डॉ. नीशू यादव ने अपना निर्णय देते हुए उपासना को प्रथम, शिवानी को द्वितीय, आस्था को तृतीय विजेता के रूप में चयनित किया।
देव वाणी संस्कृत के बारे में दी जानकारी (Hapur)
विभाग की अध्यक्षा प्रोफेसर संगीता अग्रवाल ने छात्राओं को संबोधित करते हुए देव वाणी संस्कृत की वैज्ञानिकता तथा उसकी अनमोल ज्ञान परंपरा को सहेजने पर बल दिया। महाविद्यालय की प्राचार्या प्रोफेसर साधना तोमर ने वर्तमान समय में संस्कृत भाषा की उपयोगिता एवं रचित ग्रंथों की सार्थकता को अपने व्याख्यान में विस्तारित किया।
आभार व्यक्त किया (Hapur)
कार्यक्रम में महाविद्यालय की प्राध्यापिकाएं एवं छात्राएं उपस्थित रहीं। कार्यक्रम का संचालन विभाग की प्राध्यापिका विनीता पारस ने अत्यंत कुशलता पूर्वक किया तथा डॉ.मीनू ने कार्यक्रम की समाप्ति पर सभी का आभार व्यक्त किया।