ISO Certification Khabarwala 24 News Hapur : शासन के आदेश के बाद मानकों पर खरा उतरने वाली जिले की ग्राम पंचायतों को अंतर्राष्ट्रीय मानकीकरण संगठन (आईएसओ) से प्रमाणित किया जाएगा। इससे ग्राम पंचायतों को एक आदर्श पहचान मिलने में सहायता मिलेगी। फिलहाल आठ ग्राम पंचायतों को आईएसओ द्वारा प्रमाणित किया जा चुका है।
शासन स्मार्ट शहरों की तर्ज पर गांवों को भी स्मार्ट बनाने के प्रयास में हैं। इसके लिए शासन द्वारा गांवों के विकास के लिए अनेक योजनाएं चलाई जा रही है। ग्राम पंचायतों में ग्रामीणों को स्मार्ट सुविधाएं प्रदान कराने और मानक पूरे करने वाली ग्राम पंचायतों को आईएसओ प्रमाणित कराया जाएगा। जिससे अन्य पंचायतों के सामने एक उदाहरण प्रस्तुत होगा और गांवों को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बन सकेगी।
आईएसओ प्रमाण पत्र पाने के लिए ग्राम पंचायतों को मानक पूरे करने होंगे। पंचायतों में पंचायत भवन और जन सुविधा केंद्र संचलित होना चाहिए। पंचायत में मानव संसाधन जैसे ग्राम प्रधान, पंचायत सदस्य, सचिव, पंचायत सहायक, सफाई कर्मचारी आदि की उपलब्धता हो। दस्तवेज रखने के लिए उचित व्यवस्था, महिला और पुरुष के लिए अलग शौचालय, दिव्यांगों के लिए रैंप की व्यवस्था होनी चाहिए। इसके साथ ही ग्राम प्रधान और सचिव को केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं की विस्तृत जानकारी होनी चाहिए और बीत एक दो वर्ष में राष्ट्रीय व राज्य स्तर पर पुरस्कार मिला हो।
आठ ग्राम पंचायते हो चुकी है आईएसओ प्रमाणित (ISO Certification)
जिले के चारों ब्लॉकों से दो दो ग्राम पंचायतें आईएसओ प्रमाणित हो चुकी है। गढ़मुक्तेश्वर ब्लॉक से बहादुरगढ़ व अठसैनी, सिंभावली ब्लॉक से आरिफपुर व मोहम्मदपुर खुडलिया, हापुड़ ब्लॉक से पीरनगर सूदना व महमूदपुर, धौलाना ब्लॉक से छिजारसी व धौलाना ग्राम पंचायत आईएसओ प्रमाणित हो चुकी है।
जिले की सभी ग्राम पंचायतों को मिल सकता है लाभ (ISO Certification)
शासन से निर्देशन मिलने के बाद ग्राम पंचायतों को आईएसओ प्रमाणित कराने की शुरूआत हो चुकी है। अभी तक आठ ग्राम पंचायतों को आईएसओ प्रमाणित किया जा चुका है। इसका लाभ जिले की सभी 273 ग्राम पंचातयों को मिल सकता है, इसके लिए उन्हें मानकों पर खरा उतरना होगा।-वीरेंद्र सिंह, जिला पंचायत राज अधिकारी