Monday, March 17, 2025

Brahma Muhurta Positive Energy कब से कब तक होता है ब्रह्म मुहूर्त, अपने चरम पर होता है सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह, जानिए महत्व

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Khabarwala 24 News New Delhi : Brahma Muhurta Positive Energy ब्रह्म मुहूर्त के दौरान सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह अपने चरम पर होता है और देवी-देवता पृथ्वी पर आते हैं। इसलिए इस दौरान पूजा करने से व्यक्ति को विशेष लाभ मिलता है। हिंदू धर्म में मुहूर्त का विशेष महत्व है। इसमें भी ब्रह्म मुहूर्त को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। आपको बता दें कि ब्रह्म का अर्थ है ईश्वर और मुहूर्त का अर्थ है समय। अर्थात ब्रह्म मुहूर्त को भगवान का समय कहा जाता है। ब्रह्म मुहूर्त रात्रि के बाद और सूर्योदय से ठीक पहले का समय है। प्रातः 4 बजे से 5.30 बजे तक समय ब्रह्म मुहूर्त कहा जाता है। आइए जानते हैं ब्रह्म मुहूर्त के दौरान व्यक्ति को क्या करना चाहिए।

ब्रह्म मुहूर्त का वेद में महत्व (Brahma Muhurta Positive Energy)

ब्रह्म मुहूर्त में उठना बहुत फायदेमंद है। हमारा शरीर स्वस्थ और पूरा दिन ऊर्जावान बना रहता है। ऋग्वेद में कहा गया है कि – प्राप्त रत्नं प्रातरित्वा दधाति तम चिकित्वान्प्रतिगृह्य नि धत्ते। तेन पेजं वर्ध्यमान आयु रायस्पोषेण सचते सुवीरः अर्थात जो व्यक्ति सुबह सूर्योदय से पहले उठता है उसे अच्छे स्वास्थ्य का रत्न प्राप्त होता है, इसलिए बुद्धिमान लोग उस समय को बर्बाद नहीं करते हैं। जो व्यक्ति सुबह जल्दी उठता है वह बलवान, स्वस्थ, बलवान, सुखी, दीर्घायु और वीर होता है।

ब्रह्म मुहूर्त में न करें ये काम (Brahma Muhurta Positive Energy)

सुबह उठने के तुरंत बाद या ब्रह्म मुहूर्त में भूलकर भी खाना नहीं खाना चाहिए। स्वास्थ्य की दृष्टि से शुभ नहीं माना जाता है। भोजन करने से बीमारियां हो सकती हैं। ब्रह्म मुहूर्त के समय वातावरण शांत होता है। यह समय जीवन में महत्वपूर्ण निर्णय लेने और महत्वपूर्ण योजनाएँ बनाने के लिए बहुत उपयुक्त माना जाता है। इसलिए ब्रह्म मुहूर्त के दौरान कभी भी मन में नकारात्मक भावना नहीं लानी चाहिए। नहीं तो आप दिन भर तनावग्रस्त रहेंगे, जिससे मानसिक परेशानी हो सकती है।

ब्रह्म मुहूर्त में क्या करना चाहिए (Brahma Muhurta Positive Energy)

शास्त्रों के अनुसार ब्रह्म मुहूर्त में भूलकर भी भोजन नहीं करना चाहिए। ऐसा करना स्वास्थ्य की दृष्टि से अच्छा नहीं माना जाता है। ऐसा करने से शरीर को कई तरह की बीमारियां घेर लेती हैं। ब्रह्म मुहूर्त वह समय होता है जब वातावरण पूरी तरह से शांत होता है। ऐसे में इस दौरान व्यक्ति को ध्यान, योग या महत्वपूर्ण निर्णय लेने में मदद मिलती है। हमारे ऋषि-मुनियों ने भी इस मुहूर्त का विशेष महत्व बताया है।

नकारात्मक भावनाएं नहीं लाएं (Brahma Muhurta Positive Energy)

ब्रह्म मुहूर्त के समय मन में नकारात्मक भावनाएं नहीं लानी चाहिए। इससे मानसिक तनाव उत्पन्न होता है। ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करके पूजा आदि करनी चाहिए। ऐसा करने से देवी-देवता प्रसन्न होते हैं और जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं। ब्रह्म मुहूर्त विद्यार्थियों के लिए भी बहुत उपयोगी माना जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस दौरान पढ़ाई करने से चीजें लंबे समय तक याद रहती हैं। नींद छोड़ने का यह सबसे अच्छा समय है।

ब्रह्म मुहूर्त में जागने के फायदे (Brahma Muhurta Positive Energy)

ब्रह्म मुहूर्त में उठने से मन तरोताजा और शांत होता है। यह अवधि ध्यान और मन को शांत करने के लिए सर्वोत्तम मानी जाती है। जिससे तनाव कम होता है. – ब्रह्म मुहूर्त में व्यक्ति का मन शुद्ध और शांत हो जाता है। जिससे ध्यान और प्रार्थना करना आसान हो जाता है। यह काल आत्मा को मन से मिलाने के लिए महत्वपूर्ण है। ब्रह्म मुहूर्त को सबसे अच्छा समय माना जाता है। ब्रह्म मुहूर्त में उठने से सौंदर्य, बल, विद्या, बुद्धि और स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है।

नए कार्य शुरू करने का समय (Brahma Muhurta Positive Energy)

ब्रह्म मुहूर्त में वात दोष उत्पन्न नहीं होता। इस समय जागने से शरीर में ऊर्जा का संचय होता है। ब्रह्म मुहूर्त को जीवन का सबसे महत्वपूर्ण और अनमोल समय माना जाता है। यदि आप जाग जाएं और इस समय को विभिन्न सकारात्मक गतिविधियों में व्यतीत करें, तो जीवन के अनुभव बेहतर हो सकते हैं। नए कार्य शुरू करने के लिए ब्रह्म मुहूर्त अच्छा समय माना जाता है। इस दौरान व्यक्ति का दिमाग तरोताजा रहता है और उसकी सोचने की शक्ति अधिक होती है।

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