Khabarwala 24 News New Delhi : Bird Flu Cases झारखंड और पंजाब समेत 9 राज्यों में केंद्र ने अलर्ट जारी किया है। जनवरी से H5N1 वायरस या बर्ड फ्लू के मामले सामने आने के बाद केंद्रीय पशुपालन मंत्रालय ने निर्देश दिए हैं कि इस बीमारी को फैलने से रोकने के लिए सभी जरूरी इंतजाम किए जाएं। 7 मार्च को जारी एक एडवाइजरी में, केंद्र सरकार के डेयरी और पशुपालन विभाग ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (UT) के प्रशासनों से पोल्ट्री फार्म और पक्षी बाजारों जैसे उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में निगरानी बढ़ाने को कहा।
निगरानी तेज की जाए (Bird Flu Cases)
आवश्यक तकनीकी सहायता का आश्वासन देते हुए केंद्र ने सभी राज्यों से एवियन इन्फ्लूएंजा के लिए राष्ट्रीय कार्य योजना में उल्लिखित उपायों को तत्काल लागू करने का आग्रह किया। जीवित पक्षी बाजारों, प्रवासी पक्षियों के आवासों और घने पोल्ट्री क्षेत्रों सहित उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में निगरानी तेज की जानी चाहिए।
केंद्र की राज्यों से अपील (Bird Flu Cases)
राज्यों से अनुरोध है कि वे एवियन इन्फ्लूएंजा (संशोधित 2021) के लिए राष्ट्रीय कार्य योजना का सख्ती से पालन करें। देश भर में बर्ड फ्लू के कई मामले सामने आए हैं। पिछले हफ़्ते रांची में 5,500 पक्षियों को इस बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए मारा गया था।
250 पक्षियों की मौत (Bird Flu Cases)
झारखंड में भी रांची जिले में इसका प्रकोप देखा गया, जहां इस फ्लू से लगभग 250 पक्षियों की मौत हो गई, जिसकी पुष्टि भोपाल में ICAR-नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हाई सिक्योरिटी एनिमल डिजीज (NIHSAD) ने की। यह प्रकोप एक सरकारी पोल्ट्री फार्म से शुरू हुआ था।
जैव सुरक्षा ऑडिट जल्द (Bird Flu Cases)
जैव सुरक्षा में चूक पर चिंता व्यक्त करते हुए केंद्र ने कहा ‘सरकारी फार्मों में संक्रमण रोकथाम उपायों में तत्काल सुधारात्मक कार्रवाई की आवश्यकता है। यह जरूरी है कि सभी सरकारी पोल्ट्री फार्मों का जैव सुरक्षा ऑडिट जल्द से जल्द किया जाए और खामियों को तुरंत दूर किया जाए।
आजीविका की प्रभावित (Bird Flu Cases)
तेलंगाना से एक और प्रकोप की सूचना मिली है, जहां 3,500 देशी मुर्गियों की मौत ने कई किसानों की आजीविका को प्रभावित किया है। पिछले माह तेलंगाना ने आंध्र से पोल्ट्री आयात पर प्रतिबंध लगा दिया था, जहां पूर्वी गोदावरी जिले में प्रकोप की सूचना मिली थी।
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।