खबरवाला न्यूज 24 हापुड़: Bhartiya Kisan Union( किसान शक्ति ) के प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन अपर जिलाधिकारी को सौंपा। जिसमें जनपद गाजियाबाद व हापुड़ में 15 नवंबर 2021 व 24 नवंबर 2022 में आयोजित सामूहिक विवाह योजना में बड़े पैमाने पर धांधली एवं भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। उन्होंने इस मामले की सीबीआई जांच या किसी अन्य केंद्रीय जांच एजेंसी से कराने की मांग की है।
ज्ञापन में Bhartiya kisan union भारतीय किसान यूनियन ( किसान शक्ति ) के राष्ट्रीय महामंत्री ने आरोप लगाते हुए कहा कि श्रम विभाग के अंतर्गत निर्माण पंजीकृत श्रमिकों एवं उनके परिवारों के हितार्थ प्रदेश द्वारा संचालित सामूहिक विवाह योजना में गाजियाबाद क्षेत्र के श्रम विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों एवं दलालों के सहयोग से बड़े पैमाने पर इस योजना में धांधली एवं गंभीर प्रकृति का भ्रष्टाचार किया गया है।
योजना पर उठाए सवाल
आरोप लगाया गया कि श्रम विभाग के अधिकारियों के कहने पर ऐसे श्रमिकों की लड़कियों की शादी होना दिखाया गया है, जो श्रमिक है ही नहीं और उनकी फर्जी शादी दिखाकर अनुदान में मिली 75000 रूपये की धनराशि का बन्दर बांट कर लिया गया है या फिर ऐसे श्रमिकों की लड़कियों की शादी होना भी दिखाया गया है, जिनकी शादी पूर्व में माता-पिता के द्वारा अपने घर से ही करा दी गई थी या फिर ऐसे श्रमिकों की लड़कियों की शादी होना भी दिखाया गया है। इसके साथ ही अन्य आरोप लगाए गए हैं।
एजेंसी से जांच कराने की मांग
ज्ञापन में मुख्यमंत्री से अनुरोध किया गया है कि इस मामले की जांच सीबीआई या अन्य किसी बड़ी जांच एजेन्सी के द्वारा कराई जाए। जांच में जो भी दोषी पाया गया उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। अन्यथा Bhartiya kisan union भारतीय किसान यूनियन (किसान शक्ति) गाजियाबाद जिला मुख्यालय पर धरना देने के लिए विवश होगी, जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी जिला प्रशासन गाजियाबाद की होगी।
इन बिंदुओं पर की जांच की मांग
सामूहिक विवाह में दिखाई गयी सभी शादियों का सत्यापन । सामूहिक विवाह से जुड़े सभी अधिकारियों व कर्मचारियों के खातों का सत्यापन । उप श्रम आयुक्त के खातों व चल-अचल सम्पत्तियों एवं सगे संबंधियों की संपत्ति व खातों का सत्यापन।