Khabarwala 24 News New Delhi: Ayodhya ram mandir 22 जनवरी 2024 को श्रीराम मंदिर में होने जा रहे प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां पूरे जोर-शोर से चल रही हैं। नए मंदिर में स्थापना के लिए दो मूर्तियों का चयन किया है, जिसमें से एक मूर्ति (उत्सव प्रतिमा) गर्भगृह में रखी जाएगी और दूसरी (अचल मूर्ति) मंदिर परिसर में ही किसी अन्य जगह स्थापित की जाएगी। इस पर फैसला कुछ दिन में कर लिया जाएगा। भक्तों को दो बार रामलला को करीब से निहारने का मौका मिलेगा। ऐसे में सवाल उठता है कि अभी तक जिस प्रतिमा की लोग अस्थायी मंदिर में पूजा कर रहे थे उसका क्या होगा? तो आइये जानते हैं उसका जवाब…
पुरानी मूर्ति का क्या होगा? (Ayodhya ram mandir)
लोगों के जहन में ये सवाल उठ रहा है कि जब नई मूर्ति की स्थापना कर दी जाएगी तो पुरानी प्रतिमा का क्या होगा। इसके जवाब में श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र से जुड़े लोग कहते हैं कि राम मंदिर गर्भगृह में नई मूर्ति के साथ ही पुरानी मूर्ति की भी स्थापना होगी। चूंकि पुरानी मूर्ति छोटी है इसलिए नई मूर्ति बनवाई गई है, जिसे भक्त दूर से ही निहार सकेंगें। उन्हीं के साथ ही पुरानी छोटी प्रतिमा भी रखी जाएगी।
नई प्रतिमा गर्भगृह में होगी (Ayodhya ram mandir)
हालांकि श्रीराम मंदिर निर्माण कार्य का पहला चरण पूरा हो चुका है। अयोध्या के नये राम मंदिर में भगवान राम की नई प्रतिमा गर्भगृह में स्थापित की जाएगी। अयोध्या में श्रीराम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा के लिए अलग-अलग मूर्तिकारों से तीन मूर्तियों का निर्माण कराया गया है। इनमें से एक मूर्ति मूर्तिकार गणेश भट्ट ने, दूसरी सत्यनारायण पांडे ने और तीसरी अरुण योगीराज ने बनाई है।
बस इतने सेकेंड का मुहूर्त (Ayodhya ram mandir)
राम मंदिर के प्रथम तल का निर्माण पूरा हो गया है और अब रामलला को उनके स्थायी आवास में विराजमान कराने की तैयारी चल रही है। 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा होनी है, इसके लिए 16 जनवरी से ही अनुष्ठान शुरू हो जाएंगे। यह प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में होने की संभावना है। वहीं 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के लिए 86 सेकेंड का खास मुहूर्त निकाला गया है।